दोगुने के लालच में लुटा न दें सारी जमा पूंजी
नितेश गोयल, हरदा। एक गांव में मेहनतकश किसान का बेटा उस किसान के पास आता है और अपने पिता से कहता है कि पापा वो गांव का रमेश है ना, उसने मोबाईल पर एक कंपनी में 1 लाख रुपए लगाए और उसे 10 लाख रुपए मिल गए। वो रमेश ने तो उन पैसों की नई कार भी खरीद ली। पापा घर में अपन ने बोने के लिए जो चना रखा है उसे बेच दो। मैं आपको 20 दिन में जितने का चना बेचा है, उससे दुगनी राशि दे दूंगा। यह कोई कहानी नहीं, बल्कि हरदा जिले के एक ग्राम की सच्ची घटना है और इस तरह की बात शहर और ग्राम के किसी एक घर में नहीं बल्कि अनेकों घरों में हो रही है। बीते कुछ दिनों से जिले के सैकड़ों युवा मोबाईल के माध्यम से मात्र 10-20 दिन में ही अमीर बनने का सपना देखकर अपनी संपत्ति तो दाव पर लगा ही रहे हैं, बल्कि कर्जा लेकर भी ऑनलाईन हो रहे इस व्यापार में भागीदार बन रहे हैं। अनोखा तीर को भी जब इस तरह के मोबाईल पर हो रहे व्यापार के संबंध में जानकारी ली तो पता चला कि ऑनलाईन ठगी के इस व्यापार में सैकड़ों-हजारों लोगों द्वारा करोड़ों रुपए का इनबेस्टमेंट किया गया है।
क्या है ऑनलाईन ठगी का कारोबार
10 से 20 दिन में पैसा दुगना करने का लालच देते हुए मोबाईल पर आए दिन नई-नई कंपनियों द्वारा सोशल मीडिया पर लिंक भेजी जा रही है। जिसमें एलडीएस, गोकुल जैसी लिंक हैं। जिसका रजिस्ट्रेशन करने पर उसमें विभिन्न तरह के प्रोडेक्ट का विवरण दिखाई देता है। सामान्यत: देखने में तो ऐसा लगता है कि यह कंपनी लेपटॉप, आईपेड, कम्प्यूटर, टीवी आदि बेचने वाली कंपनी है। लेकिन हकीकत कुछ और ही होती है। रजिस्टर्ड व्यक्ति को कोई भी प्रोडेक्ट चयन करना पड़ता है, जैसे यदि वह 4700 रुपए का प्रोडेक्ट चयन करता है तो कंपनी द्वारा बताया जाता है कि आपको 4700 रुपए जमा करना है, जिसमें आपको प्रतिदिन 57 दिनों तक 291 रुपए प्राप्त होंगे और आप 57 दिन में 4700 रुपए के 16 हजार 609 रुपए कमा लेंगे। इसी तरह 52 हजार रुपए देते हैं तो आपको 66 दिनों तक 3848 रुपए प्रतिदिन मिलेंगे। और आपने जो 52 हजार जमा किए हैं, वह मात्र 66 दिनों में 2 लाख 53 हजार से अधिक हो जाएंगे। कंपनी द्वारा सबसे अधिक एमाउंट 1 लाख 38 हजार रुपए रखा गया है। जिसमें उसके द्वारा बताया गया है कि प्रतिदिन 11 हजार 316 रुपए के हिसाब से आपको 70 दिनों में 7 लाख 92 हजार 120 रुपए मिल जाएंगे।
सबसे बड़ी बात यह है कि मोबाईल पर चल रहा यह कारोबार कौन व्यक्ति चला रहा है, जो पैसा जमा हो रहा है, वह किसके खाते में जमा हो रहा और कौन रोजाना आपके खाते में राशि जमा कर रहा है। इसके बारे में किसी के पास भी कोई जानकारी नहीं है। देखने वाली बात यह है कि जब हमने उन लोगों से बात की, जिन लोगों ने इस फर्जी लिंक के माध्यम से अपना पैसा लगाया है तो उन्होंने बताया कि हमें मालूम है कि यह कंपनी कुछ ही दिन में बंद हो जाएगी। जब तक चल रही है, तब तक तो रोजाना पैसे मिल रहे हैं। यही सोचकर पैसा लगाया है कि इतने पैसे का जुआ है। यदि फंस गया तो दुगने हो ही जाएंगे। इसी तरह कई लोग विट क्वाईन के खेल में भी फंसे हुए हैं, जो एक दम से अमीर बनने की चाह में यह भी नहीं सोच रहे हैं कि कहीं उनके पास की जमापूंजी पूरी तरह बर्वाद न हो जाए।
3 Responses
Nice
SABI BHAI BAHNO SE NIVEDAN H ISS VYAPAR ME INVEST NA KARE APKA ACCOUNT KABHI BHI HACK KIYA JA SAKTA HAI……..
क्या जानकारी विश्वसनीय और सही है? मैं इस समाचार पत्र को चीज़ों को अलग ढंग से क्यों देखता हूँ?