लगातार बारिश से नर्मदा का जल स्तर बढ़ना जारी, प्रशासन अलर्ट, नदी-नाले उफने
ANOKHATEER.COM जिले सहित आसआस के क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से शुक्रवार को सुबह 8 बजे तवा डेम के 5 गेट 5 फीट तक खोल दिए गए। वही दोपहर में तीन बजे के लगभग डेम के 4 गेट और खोले गए। शुक्रवार को तवा डेम के कुल 9 गेटों के 5 फीट तक खोल दिए गए। जिससे 72 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। तवा डेम का लेवल ११६० मीटर है। ११५८ पर पानी का लेवल पहुंचने पर डेम के गेट खोल दए जाते हैं। इस सीजन में तवा डेम के १३ गेट में से ९ गेट खोले गए। क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश और डेम के गेट खुलने से नर्मदा नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। नर्मदा नदी का सामान्य जल स्तर ९३४ फीट है। यहां खतरे के निशान ९६४ पर पानी पहुंचने पर सायरन बजते हैं। शुक्रवार शाम ६ बजे तक हंडिया स्थित नर्मदा नदी का जल स्तर २६६ फीट पर पहुंच गया। लगातार बारिश हो रही बारिश से नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है। शाम को करीब ६ बजे से क्षेत्र में तेज बारिश शुरू हो गई जो खबर लिखे जाने तक जारी थी।

प्रशासन अलर्ट जवानों को किया तैनात
लगातार हो रही तेज बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने होमगार्ड एवं एसडीडीआरएफ के जवानों को किसी तरह की आपात स्थिति से निपटने को तैयार रहने को कहा। वही हंडिया और छीपनेर मे जवानों को तैनात किया गया। नर्मदा किनारे के गांवों में कोटवारों से मुनादी कर अलर्ट रहने को कहा गया है।

ग्रामीण क्षेत्रों के नदी-नाले उफने, सैकड़ों गांवों का संर्पक टूटा
लगातार हो रही तेज बारिश से ग्रामीण क्षेत्र के नदी, नाले उफान पर आ गए। वही रपटो के ऊपर से पानी बहने लगा। रपटों पर पानी और नदी, नालों में उफान से सैकड़ों गांवो का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया। गांव भुन्नास की नदी में पानी पूलिया के ऊपर से बहने लगा। गावं गोगिया के दोनों ओर की बनी पुलिया भी जल मग्र हो गई।
खेतों भराया पानी, नुकसान की आशंका
क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के कारण किसानों के खेतों में पानी भरा गया। पानी के खेत में भराने ने सोयाबीन फसल में नुकसान की आशंका जताई जा रही है। बारिश से फसल खराब होने की चिंता किसानों को सताने लगी है। गुरूवार देर रात से लगातार रिमझम बारिश का दौर जारी रहा। जिसने शुक्रवार शाम को तेज बारिश का रूप धारण कर लिया।
शहर में शाम को शुरू हुई तेज बारिश
शहर में दिनभर रूक रूक बारिश होती रही। वहीं शाम ६ बजे के बाद तेज बारिश शुरू हो गई। तेज बारिश से सड़कों पर पानी भरा गया। जिस कारण यातयात प्रभावित हुआ। लगातार बारिश से निचली बस्तीयों में जल भराव की स्थित बनी।
Views Today: 2
Total Views: 88