नई दिल्ली-चेन्नई रेलमार्ग पर बैतूल के बरबतपुर में ट्रैक धंसा, मरम्मत में जुटा रेलवे का अमला

बैतूल से दिल्‍ली-चेन्‍नई रेलवे ट्रैक पर लोको पायलट और कंट्रोल रूम की सूझबूझ से संभावित दुघर्टना से बचाव कर लिया गया। सहायक डिविजनल इंजीनियर बेसेकर ने बताया कि पानी निकासी के लिए बनाई गई कंक्रीट की नाली टूटने से पानी ट्रैक के नीचे पहुंच गया था। इससे ट्रैक धंस रहा था। मरम्मत का कार्य किया जा रहा है।

 बैतूल:-तेज बारिश के कारण नई दिल्ली–चेन्नई रेलमार्ग पर बैतूल के बरबतपुर में ट्रैक धंसक गया। अप और डाउन ट्रैक के बीच पानी निकासी के लिए बनाई नाली के टूट जाने से पानी अप ट्रैक के नीचे पहुंच गया था। रविवार को रेलवे ट्रैक के खंबा नंबर 802/29 के पास अप ट्रैक से गुजर रही हिमसागर एक्सप्रेस के लोको पायलट को झटका महसूस हुआ तब उन्होंने रेलवे कंट्रोल रूम में इसकी सूचना दी।

रेलवे के अधिकारियों ने तत्काल ही निरीक्षण करने के बाद मरम्मत का कार्य कराया। रेलवे ट्रैक पर गिट्टी डाली गई और पानी निकासी के लिए बुलडोजर की मदद से नाली बनाई गई। मरम्मत के दौरान ट्रेनों को धीमी गति से गुजारा गया। शाहपुर से सचिन शुक्ला ने बताया कि सोमवार सुबह से रेलवे की टीम क्षतिग्रस्त हिस्से के आसपास के ट्रैक की मरम्मत करने में जुटी हुई है।

अप और डाउन ट्रैक के बीच पानी निकासी के लिए बनाई गई कंक्रीट की नाली के टूटे हिस्से में तारपोलिन बिछाया गया है ताकि पानी का रिसाव ट्रैक में ना हो सके। इस हिस्से में नाली का निर्माण भी शुरू किया गया है।

उल्लेखनीय है कि माचना नदी पर बने रेलवे पुल के पास वर्ष 2013 में बाढ़ का पानी ट्रैक पर आ गया था। इससे ट्रैक के नीचे की गिट्टी बह गई थी।

इसके बाद इस हिस्से में ट्रैक की मरम्मत करने के साथ ही पानी की निकासी के लिए दोनों ट्रैक के मध्य में नाली बनाई गई थी। एक बार फिर से उसी हिस्से में रेलवे ट्रैक के धंस जाने की घटना से रेलवे प्रबंधन द्वारा पूरे हिस्से में मरम्मत कराई जा रही है।

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