रिज़र्व फॉरेस्ट में दो साल से हो रही गन्ने की खेती, वन अमला बेखबर

अनोखा तीर, बैतूल। पश्चिम वन मंडल की सांवलीगढ़ रेंज के रिज़र्व फॉरेस्ट में बीते 2 सालों से गन्नेे की खेती हो रही है। इसके अलावा भी बड़े पैमाने पर अतिक्रमणकारियों ने अतिक्रमण कर खेत बना लिए हैं लेकिन वन अमला बेखबर है। अतिक्रमण की सूचना पर डीएफओ ने टीम भेजी तो उन्हें भी मौके पर गन्ना बाड़ी लगी होना पाया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सांवलीगढ़ रेंज की धौल सर्किल की चूना गोसाई बीट के कक्ष क्रमांक 1415 रिज़र्व फारेस्ट में बीते 2 सालों से किसान अतिक्रमण कर गन्ना बाड़ी लगा रहा है, लेकिन वन अमला इस सब से बेखबर है। पश्चिम वन मंडल के डीएफओ वरुण यादव को मिली सूचना के बाद वन अमले को मौके पर भेजा गया था। जिसने मौके पर गन्ना बाड़ी लगा होना पाया। इसके अलावा भी सांवली गढ़ रेंज के कक्ष क्रमांक 1569 और 1570 में भी अतिक्रमणकारियों ने बड़े पैमाने पर अतिक्रमण कर खेती कर ली है। इस पूरे मामले में सांवलीगढ़ रेंज के रेंजर भीमा मंडलोई का कहना है गन्न बाड़ी का अतिक्रमण मौके पाया गया है। फिलहाल पौधा रोपण का समय चल रहा है एक दो दिन में रिज़र्व फॉरेस्ट से अतिक्रमणकरियों को बेदखल करने की कार्यवाही शुरू की जाएगी।
उड़नदस्ते की बीट जांच पर भी सवालिया निशान
पश्चिम वन मंडल के अधिकारियों की माने तो सांवलीगढ़ रेंज की बीटों की जांच के लिए समय- समय पर सीसीएफ का उड़नदस्ता भी भेजा जाता है। जिससे यदि कोई कर्मचारी कुछ छुपाता है या बीट गस्त नहीं करता है तो यह उड़नदस्ता कार्यवाही करता है। लेकिन बीते दो सालों में उड़नदस्ते ने भी अतिक्रमण के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है। जिससे उनकी बीट जांच भी सवालों के घेरे में है।

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