विकास पवार बड़वाह – कृषि मंडी सनावद में डालर चने बेचने वाले करीब 202 किसानों के साथ करोड़ों की ठगी के बाद राशि दिलाने में विधायक सचिन बिरला के प्रयास रंग लाए । करोड़ो की राशि लेने वाले किसानों का संघर्ष और विधायक बिरला की सक्रियता से अब पीड़ित किसानों को उनकी हक की राशि जल्द वापस मिलेगी । किसानों की पूरी राशि का भुगतान मंडी बोर्ड द्वारा अब स्वीकृत की गई।
विधायक बिरला ने किसानों को बताया कि ठगी के शिकार हुए, 202 किसानों को उनकी लगभग 4 करोड़ 30 लाख रुपए की राशि का भुगतान आगामी सोमवार तक मिलना शुरू हो जाएगा। विधायक की इस घोषणा के बाद किसानों की करतल ध्वनि से मंडी प्रांगण गूंज उठा।विधायक का किसानों ने हर्ष व्यक्त किया ।वही मंडी प्रांगण में भगवान बलराम के जयकारे लगाए ।
72 घंटे में भुगतान नहीं मिले तो मंडी सचिव को करे सूचना —
विधायक ने किसानों से आग्रह किया कि अपनी उपज कृषि मंडी में ही बेचें और किसान को व्यापारी से उपज का 72 घंटे के भीतर भुगतान नहीं मिले । तो किसान तत्काल मंडी सचिव को सूचित करें। मंडी प्रांगण में विक्रीत उपज का भुगतान करवाने की जिम्मेदारी मंडी सचिव की होती है। वही किसान मंडी के बाहर उधारी में अपनी उपज नहीं बेचें। ताकि किसान ठगी का अब शिकार ना हो । विधायक ने कहा कि मंडियों की तुलाई,भुगतान,
दस्तावेज सत्यापन सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा। अब किसानों के साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसानों ने मांग रखी कि मंडी के
सीसीटीवी कैमरे चालू किए जाएं।उल्लेखनीय है कि सनावद कृषि उपज मंडी में करोड़ों की ठगी के शिकार किसानों की समस्या को लेकर विधायक सचिन बिरला ने शुक्रवार को भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की । जहा उन्हें किसानों के साथ होने वाली ठगी से उन्हें अवगत करवाया ।
मुख्यमंत्री ने शासन की ओर से जारी की राशि —-
मुख्यमंत्री ने किसानों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए तत्काल संबंधित अधिकारियों को किसानों को पूरी राशि शासन की ओर से जारी करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि लगभग तीन माह पूर्व कृषि उपज मंडी सनावद में अनिल मालाकार नामक व्यापारी
202 किसानों से लगभग 4 करोड़ 30 लाख रु का चना खरीदकर फरार हो गया था। इस कारण पीड़ित किसान तनाव और चिंता में थे। विभिन्न किसान संगठनों ने भी पीड़ित किसानों का समर्थन देकर धरना प्रदर्शन और आंदोलन जैसे कदम उठाए थे। किसानों ने उनकी राशि स्वीकृत करने पर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव,कृषि मंत्री एंदलसिंह कंसाना,विधायक सचिन बिरला, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा,एसडीएम प्रतापसिंह अगास्या के प्रति आभार व्यक्त किया।
राशि तो मिल जाएगी मगर जेडी पर एफआईआर कब होगी —
पीड़ित किसानों की राशि तो विधायक बिरला के हस्तक्षेप के बाद मुख्यमंत्री यादव ने शासन से स्वीकृत कर दी । लेकिन सवाल अब स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर उठ रहा है ।ऐसा इसलिए क्योंकि किसानों की मांग थी,की सयुक्त संचालक पर एफआईआर हो ।जो अभी पूरी नही हुई ।इस मांग को लेकर शनिवार दोपहर में बड़वाह कृषि मंडी के बाहर आक्रोशित किसानों ने जेडी का पुतला फूका और नारेबाजी की ।अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री और विधायक की सक्रिय कार्यशैली के बाद स्थानीय प्रशासन किसानों की मांग को कब और कितने दिनों में पूरा करता है,या राशि मिलने के बाद यह मामला केवल दस्तावेजों में ही दब जायेगा ।