अनोखा तीर सागर:-मेहर गांव स्थित पंचायत के बोर का दूषित पानी पीने से गांव के 100 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं। दूषित पानी के चलते हुई उल्टी दस्त से एक शख्स की मौत भी हो गई है। रात भर बीएमसी और जिला अस्पताल में बीमार ग्रामीणों के आने का सिलसिला जारी रहा। वहीं जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज में भर्ती मरीजों की संख्या सौ से ऊपर पहुंच चुकी है। करीब एक दर्जन से अधिक मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है। इनमें बच्चे भी शामिल हैं।
ट्यूबवेल बंद करने के निर्देश
शुक्रवार को कलेक्टर दीपक आर्य मेहर गांव पहुंचे और उप-स्वास्थ्य केंद्र में जाकर बीमार ग्रामीणों का हाल-चाल जाना। उन्होंने दूषित पानी के ट्यूबवेल को सात दिन के लिए बंद करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि टीम बुलाकर सर्वे कराया जा रहा है। बीमार बच्चों को तत्काल इलाज मुहैया कराया जा रहा है। गांव में दो एंबुलेंस भी बुलवा ली गई हैं।
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर नरयावली विधानसभा के मेहर पंचायत के आदिवासी मुहाल नारायणपुरा में लगे पंचायत के बोर का पानी पीने से बुधवार को रविदास मंदिर के पास रहने वाली नेहा बंसल को रात में उल्टियां हुई। पहले तो परिवार वालों ने बोर के पानी पर संदेह न करते हुए अन्य कारण माना और नेहा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद दूसरे दिन गुरुवार की सुबह नेहा के घर के ही सात लोगों को भी उल्टियां और दस्त होने लगे।
देखते ही देखते गांवभर के लोग बीमार होने लगे। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ग्रामीण गए तो वहां के डाक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए, जिसके बाद सब पीड़ितों को जिला अस्पताल लाया गया। गुरुवार दोपहर तक उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीजों संख्या 70 तक पहुंच गई। जिला अस्पताल में मरीजों के लिए पलंग कम पड़ गए, , जिसके बाद आने वाले मरीजों को बीएमसी में भेजा गया।
मेहर निवासी 40 वर्षीय लल्लन बंसल की बीएमसी में इलाज के दौरान मौत हो गई। सीएचएमओ डा. ममता तिमोरी शुक्रवार सुबह ही स्वास्थ्य टीम के साथ गांव पहुंची, जहां उन्होंने गांव भर के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए। घर-घर ओआरएस के घोल वितरित किए जा रहे हैं। लोगो को उबला पानी पीने की सलाह दी जा रही है।
एक ही परिवार के 8 लोग बीमार
ज्योति ने बताया कि उसके परिवार की गेंदा बंसल 95 वर्ष, बीरेंद्र बंसल 35 वर्ष, मोहिनी बंसल 28 वर्ष, निकिता बंसल 22 वर्ष, अहन बंसल 6 वर्ष, उर्मी 9 वर्ष को उल्टी दस्त के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 20 नेहा बंसल 20 वर्ष को बीएमसी रेफर कर दिया गया है। अहन को पीआईसीयू में भर्ती कराया गया है। निकिता का शरीर काला पड़ रहा है। बीरेंद्र का शरीर अकड़ रहा है। ज्योति ने बताया कि रविदास मंदिर के पास लगे सरकारी बोर का पानी पूरे गांव में सप्लाई होता है। कई वर्षो से गांव वाले इसी बोर का पानी पी रहे हैं। बारिश के चलते बोर के आसपास पानी भर गया है।
गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
मेहर में बीमारी की सूचना मिलते ही नरयावली विधायक प्रदीप लारिया ने डाक्टर्स की टीम को गांव भेजा और सभी पीड़ितों के समुचित इलाज के निर्देश दिए। सीएमएचओ डा. ममता तिमोरी ने बताया कि सूचना के बाद गांव में घर-घर ओआरएस का वितरण करवाया गया है। बोर के पानी का सेम्पल पीएचई भिजवा दिया गया है। रात में डाक्टर और मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। ग्रामीणों काे उबला पानी पीने की सलाह दी गई है। कुछ मरीज निजी अस्पताल में भी भर्ती है।