नया टेंडर बुलाया ताकि द्वार जल्द बने
मनीष मडाहर, खरगोन- एक तरफ जहां सरकारी विभाग बजट के अभाव में असुविधा का सामना कर रहे हैं वहीं विभाग के कुछ अधिकारी कमीशन के लालच में घटिया निर्माण कराकर न सिर्फ सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं बल्कि वे दान की राशि तक को ठिकाने लगाने में परहेज नहीं कर रहे हैं। इस तरह के उदाहरण जिला मुख्यालय पर बावड़ी बस स्टेंड पर बन रहे भगवान सिद्धनाथ महादेव के प्रवेश द्वार का देखने मे आ रहा है । ठेकेदार के काम को बीच मे छोड़ कर जाने से भगवान सिद्धनाथ का द्वार अधूरा पड़ा है जिसको लेकर समिति ओर बावड़ी बस स्टैंड के व्यापारियों ने जनप्रतिनिधियों के समक्ष मोर्चा खोला है जिसको पूर्ण करने के लिए नगर पालिका ने ताबड़तोड़ टेंडर बुलाया है । गौरतलब है कि भगवान सिद्धनाथ महादेव का शिवडोला पूरे प्रदेश में प्रसिद्ध है उसी सिद्धनाथ महादेव के सिद्धनाथ द्वार के निर्माण के लिए 4 बार टेंडर बुलाने के बाद कोई ठेकेदार आगे नहीं आ रहा था । पांचवी बार 13 लाख रु का टेंडर राजस्थान के एक ठेकेदार को दिया गया ओर समिति ने जनभागीदारी से कुछ सहयोग दिया । 21 फीट ऊंचा व 20 फीट चौड़ा द्वार पर राजस्थान के लाल पत्थरों पर नक्काशी कर खंभों पर त्रिशूल, बिल्व पत्र, घंटियां आदि नक्काशियां उकेरी गई फिर ठेकेदार कार्य को अधूरा छोड़ कर चला गया। जो सिद्धनाथ द्वार पिछले शिवड़ोले को पूरा होना था वो एक वर्ष बाद आज भी अधूरा है । 21 अगस्त को शिवडोला है ।
श्री सिद्धनाथ महादेव मंदिर शिवडोला समिति ने 1 साल से अधूरे श्री सिद्धनाथ द्वार शीघ्र पूर्ण करने की मांग के लिये सांसद गजेंद्रसिंह पटेल से मिले। सांसद ने खरगोन नपा सीएमओ एमआर निगवाल को बुलाकर निर्देशित किया कि 7 दिन में श्री सिद्धनाथ द्वार का काम शुरू कर 15 अगस्त तक निर्माण पूर्ण करने का कहा है इसीलिये नगर पालिका ने अधूरे द्वार को पूर्ण करने के लिए फिर एक नया टेंडर 9 लाख 92 हजार का निकाला है जिसमे 1 माह में काम पूरा करने का समय दिया है । पूर्व में पाचवी बार में टेंडर फाइनल हुआ था । नगर पालिका के सूत्रों के अनुसार नगर पालिका में 30 प्रतिशत का सिस्टम है फिर सप्लाई हो या निर्माण । भगवान भोले का द्वार भी कमीशन की भेंट चढ़ चुका है । ठेकेदार ओर नगर पालिका के बीच कमीशन को लेकर तनातनी थी इसी वजह से ठेकेदार काम को बीच मे छोड़ कर चला गया । सांसद ने जब जानना चाहा कि ठेकेदार ने कार्य पूर्ण क्यो नही किया जब ठेकेदार से कमीशन के 30 प्रतिशत मांगने की बात सामने आई ।सांसद ने जब समिति के सामने 3 बार नपा अध्यक्ष छाया जोशी को मोबाईल लगाया तो अध्यक्ष ने मोबाइल नही उठाया ।