अनोखा तीर, हरदा। शहर के मुख्य छिपानेर मार्ग पर इन दिनों यातायात व्यवस्था ठप्प नजर आ रही है। सड़क पर ही लोग वाहन खड़े कर देते है जिस कारण राहगीरों को खासी परेशानी होती है। सड़क पर खड़े वाहनों के कारण दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। शाम से देर रात तक जिला अस्पताल चौराहे से लेकर नाके तक कई जगहों पर जाम की स्थिति बन जाती है। नाके से आगे जाते ही सड़क किनारें लोगों ने गुमटियां लगा रखी है। इन गुमटियों से सामान खरीदने वाले लोग आधे रोड पर अपना वाहन खड़ा कर देते है जिस कारण अन्य गुरजने वाले वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते है। ऐसा ही एक मामला गुरूवार को देखने को मिला। डंगावा मोढ़ के पास छिपानेर रोड पर गेहंू से भरी एक ट्राली पलट गई।
किसान मोनू पिता माखन सिंह राजपूत निवासी कोलवा ने बताया कि वह कोलवा से कृषि उपज मंडी में अपने गेहूं की फसल बेचने के लिए हरदा की ओर आ रहा था। डंगावा मोड़ के पास रोड किनारे बनी गुमटी के सामने रोड पर एक मेटाडोर खड़ी थी। मेटाडोर के पीछे से एक कार हरदा की ओर से निकली। कार को बचाने के लिए मैने टै्रक्टर रोड से नीचे उतारा जिस कारण गेहूं से भरी ट्राली पलट गई। ट्राली में लगभग ५० क्विंटल गेहूं था जो रोड किनारे और गड्ढे मेें फेल गया। ऊपर का गेहूं तो उठा लिया लेकिन लगभग १० क्विंटल गेहूं खराब हो गया उसे समेट नहीं सके। संभवत: मेटोडोर चालक गुमटी से सामान खरीदने के लिए रूका था। जिसने आधी सड़क पर वाहन खड़ा कर रखा था। जिस कारण सामने से आ रही कार नहीं दिखी। यदि समय रहते ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर को रोड से नहीं उतार पाता तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। छिपानेर रोड सड़क किनारे बनी इन गुमटियों और सड़क पर खड़े वाहनो पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही रोड पर जगह-जगह गौवंश का जमावड़ा रहता है। अंधेरे में रोड पर बैठी गौवंश और वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो जाते है। रोड पर घुम रही इन गौवंश को गौशाला पहुंचाने का काम किया जाना चाहिए। जिससे की आगे कोई अप्रिय घटना ना घटित हो।