अनोखा तीर, सिराली। ना समझ या अनपढ़ लोग आदेश को तोड़ मरोड़ कर समझ लें तो यह बात समझ में आती है, किंतु जब पढ़े लिखे और समझदार आदेश का गलत अर्थ निकालने लगे तो यह सिद्ध होता है कि जानबूझकर आदेश का उल्लंघन किया जा रहा है। ऐसा ही मामला सिराली तहसील के अंतर्गत चल रहा है। यहां पर विगत दिनों ग्राम नहाली कला में स्यानी नदी पर सैकड़ो ट्रॉली बजरी का अवैध उत्खनन किया गया। अब ऐसा ही मामला ग्राम खुदिया में स्यानी नदी पर किया जा रहा था, जिसकी सूचना जब सिराली तहसीलदार को मिली और वह मौके पर पहुंचे तो अवैध खननकर्ता ट्रैक्टर ट्रॉली एवं जेसीबी मशीन लेकर भाग खड़े हुए।
क्या है मामला
दरअसल विगत दिनों मध्य प्रदेश शासन से एक आदेश जारी किया गया था, जिसके मुताबिक ग्राम पंचायत को यह अधिकार दिए गए थे कि अगर वहां पर कोई स्टाप डेम या समीप में नदी हो जिसमें की मिट्टी या गाद जमा हो गई हो तो पंचायत की अनुमति से वह निकाली जा सकती है। इसी आदेश का हवाला देकर कुछ पंचायतें और कुछ खनन माफिया आदेश का गलत इस्तेमाल कर अवैध तरीके से बजरी निकालने का कार्य कर रहे हैं और उनसे जानकारी लेने पर वह इस आदेश का हवाला देते हैं। बुधवार को ग्राम पंचायत खुदिया में भी अवैध तरीके से जेसीबी के माध्यम से बजरी का अवैध उत्खनन किया जा रहा था। इस संबंध में जब ग्राम पंचायत सचिव से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश शासन से आदेश जारी हुए हैं और उसी आदेश के तहत हमने एसडीएम खिरकिया से भी अनुमति लेकर यह कार्य कर रहे हैं। इससे साफ होता है कि उस आदेश को पढ़े लिखे ग्राम पंचायत के सचिव इस्तेमाल कर शासन को गुमराह कर रहे हैं।
दिया तले अंधेरा
दिया तले अंधेरे की कहावत यहां चरितार्थ हो रही है, क्योंकि टिमरनी विधायक अभिजीत शाह का पैतृक गांव खुदिया है और यहीं पर अवैध उत्खनन जोरों पर चल रहा है। जबकि विधायक खुद टिमरनी में भ्रमण कर अवैध उत्खनन रोकने की कार्रवाई करवा रहे हैं और उन्होंने अवैध रेत पर भी अंकुश लगाया है, किंतु ग्रह ग्राम में हो रहे अवैध उत्खनन पर उनकी पकड़ नहीं बन पा रही है। सूत्रों के अनुसार उनके छोटे अनुज ग्राम पंचायत खुदिया में सरपंच पद पर है। शायद इसी बात का फायदा उठाकर ग्राम पंचायत खुदीया अवैध उत्खनन में लगी है।