अनोखा तीर, खिरकिया। बुधवार शाम 7 बजे थाना छीपाबड़ में थाना प्रभारी निकिता विलसन की मौजूदगी में एसआई जितेंद्र वैष्णव द्वारा कालधड़ के सरपंच व खिरकिया के प्रतिष्ठित व्यावसाई ओमप्रकाश राजपूत से मारपीट कर गन्दी-गंदी गालियां दी गईं व अपराधियों की तरह बर्ताव किया गया।
क्या है मामला
कालधड़ के सरपंच ओमप्रकाश राजपूत का ने बताया कि बुधवार को छीपाबड़ थाने से एएसआई का फोन आया, उन्होंने कहा कि आपको एसआई वैष्णव साहब ने थाने में बुलाया है, जब सरपंच थाने पहुंचे तो एसआई जीतेन्द्र वैष्णव ने सरपंच राजपूत को गन्दी गंदी गालियां देना शुरू कर दिया व उनके साथ मारपीट करने लगा। जब एसआई मारपीट कर रहा था तो थाना प्रभारी निकिता विलसन वहीं मौजूद थी। इसके बाद एसआई वैष्णव ने सरपंच से जूते मौजे खुलवाकर, मोबाइल फोन लेकर अपराधियों कि तरह बिठा दिया। तभी पुलिसकर्मी ने सरपंच से पैसों की मांग की और कहा कि मेडम व एसआई साहब को कुछ खर्चा पानी कर दो तो तुम्हे छोड़ देंगे। आपको तो पुलिस की कार्यप्रणाली की जानकारी है।
एसपी से की कार्यवाही की मांग की
मामले की जानकारी जिला सरपंच संघ, करणी सेना, व्यापारी संघ व जनप्रतिनिधियों को लगी तो सभी ने सरपंच को साथ लेकर एसपी अभिनव चौकसे से मुलाक़ात की। जनप्रतिनिधियों ने एसपी से 24 घंटे में कार्यवाही करने का निवेदन किया है और कार्यवाही ना करने की दशा में करणी सेना जिलाध्यक्ष सुनील सिंह राजपूत व सरपंच संघ ने आंदोलन करने पर मजबूर होने का अल्टीमेटम दिया है। विधायक आरके दोगने, जनपद अध्यक्ष श्रीमती रानू पटेल, सरपंच संघ जिला अध्यक्ष ललित पटेल, करणी सेना जिला अध्यक्ष सुनील राजपूत, सुगन चंद्र भंडारी, दशरथ पटेल, आशीष समदड़िया, दिलीप ठाकुर, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष शंकर सोलंकी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व सामाजिक लोग उपस्थित रहे।
थाना प्रभारी की कार्यशैली ठीक नहीं
शायद ही पूर्व में किसी थाना प्रभारी पर इतने आरोप लगे हों, जितने विगत दिनों में थाना प्रभारी निकिता विलसन पर लगे हंै। विगत समय को देखा जाए तो थाने के अन्य प्रकरण हो, विधानसभा चुनाव के मामले हो या फ़िर अवैध कार्यो को लेकर थाना प्रभारी की कार्यवाही हो, यह सभी बिंदुओं पर कार्यवाही डामाडोल रही है। इसके बाद लगातार यह मामला बुधवार की शाम देखने को मिला है, जिसे लेकर कालधड़ के सरपंच ओम मुछाला बताते है कि थाने में मेरे साथ पुलिस के द्वारा एक के बाद एक गलत बर्ताव होते रहे और में थाना प्रभारी से गुहार लगाता रहा, परन्तु किसी ने मेरी एक ना सुनी। छीपाबड़ थाने के एसआई मेरे साथ ऐसे पेश आये जैसे मैंने ना जाने कितना बड़ा अपराध कर दिया हो। थाना प्रभारी यह सब देखते हुए उल्टा मुझ पर दवाब बनाती रही और अंत में पुलिस पैसो की मांग करने लगी। यह कौन सा कानून है। पिछले कई महीनों से लेकर अभी तक की समस्त घटनाओं ओर थाना प्रभारी की कार्यप्रणाली को देखा जाए तो कहीं ना कहीं पुलिस एक तरह से वसूली अभियान चला रही है। बुधवार शाम हुए इस मामले की गुरुवार की दोपहर एसपी को यह मामले की शिकायत की गई है। अब देखना है कि क्या 24 घण्टे में एसपी इस मामले में सम्मिलित थाना प्रभारी सहित पुलिसकर्मी पर कितनी कठोर कार्यवाही करेंगे या फिर 24 घण्टे बाद विभिन्न लोगों द्वारा दिए अल्टीमेटम के अनुसार आंदोलन देखने को नजर आएगा। यह सब उच्च अधिकारियों की कार्यवाही पर निर्भर करता है।
इनका कहना है…
छीपाबड़ थाना मामले में आज ज्ञापन प्राप्त हुआ है, जांच बैठाई जाएगी, जिसके बाद कार्यवाही करेंगे।
अभिनव चौकसे, पुलिस अधीक्षक, हरदा।
यह जो मामला है। थाने के बाहर प्रांगण में हुआ था, मेरे संज्ञान में नहीं था। जब मीडिया द्वारा सुबह जानकारी लगी तो मेरे संज्ञान में आया। इसकी सीसीटीवी फुटेज चेक कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
निकिता विल्सन, थाना प्रभारी, छीपाबड़।
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