दूसरे के नाम से सिम लेकर ठगी, 7 बदमाशों को जेल भेजा, पुलिस ने जब्त की थी 13 एक्टिव व 43 अनएक्टिव सिम

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अनोखा तीर उज्जैन:-नानाखेड़ा पुलिस ने दूसरे के नाम से सिम लेकर उन्हें बेचने और सायबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले सात बदमाशों को गिरफ्तार किया था। इनमें उज्जैन, नागदा देवास में रहने वाले युवकों सहित सिम खरीदने के लिए पश्चिम बंगाल से आए तीन अन्य युवक भी शामिल थे। आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने 13 एक्टिव सिम तथा 43 इनएक्टिव सिम बरामद की थी। शुक्रवार को पुलिस रिमांड खत्म होने पर सभी को कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश जारी हो गए।

टीआइ नरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर आठ दिन पूर्व पुलिस ने अक्षय पुत्र अजय तिरवार उम्र 22 वर्ष निवासी न्यू इंदिरा नगर, नागझिरी तथा कन्नौद जिला देवास का रहने वाले सादिक खान को गिरफ्तार किया गया था। दोनों अन्य व्यक्तियों के नाम की मोबाइल सिम एक्टिवेट कर बेच रहे थे।

इन दोनों से शेख महिबुल पुत्र शेख रसीद उम्र 35 वर्ष निवासी पाकुड़िया मेतेला, थाना दुबराज जिला वीरभूम पश्चिम बंगाल, बाबन पुत्र ताहिर खान उम्र 38 वर्ष निवासी रानी पत्थर बोनपतड़ा, थाना खायरा सोल जिला वीरभूम पश्चिम बंगाल और साजन पुत्र हारून खान उम्र 24 वर्ष निवासी बिदाईपुर सूरी, थाना सिवड़ी जिला वीरभूम, पश्चिम बंगाल सिम खरीदने के लिए आए थे। इस पर पुलिस ने तीनों को भी गिरफ्तार किया था।
आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने 13 एक्टिव सिम तथा 43 इनएक्टिव सिम जब्त की थी। जांच के बाद पुलिस ने नागदा निवासी मोंटी व देवास के इरशाद को भी गिरफ्तार किया था। सभी को कोर्ट ने 31 मई तक पुलिस रिमांड पर भेजा था। पूछताछ में पश्चिम बंगाल के निवासी शेख महिबुल, बाबन खान व साजन खान ने पुलिस को बताया कि वह एक्टिव सिम उज्जैन से खरीदकर ले जाते थे। पश्चिम बंगाल में वह 950 रुपये में बेचते थे।
इन सिमों का उपयोग सायबर ठगी में किया जाता था। ठग इन सिम को खरीदकर लोगों को काल करते और ठगी करते थे। दिनभर उपयोग करने के बाद इन सिमों को फेंक दिया जाता है। शुक्रवार को पुलिस रिमांड खत्म् होने पर सभी कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश जारी हो गए।

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