अनोखा तीर, सिराली। क्षेत्र में चल रहे अवैध कारोबार के कारण कोई न कोई निर्दोष अपनी जान से हाथ धो रहा है। फिर चाहे वह तेज रफ्तार रेत बजरी मुरम के डंपरों से हो या, फिर नदी नालों में चल रही जेसीबी मशीन द्वारा चल रहे अवैध उत्खनन से मौत के कुए तैयार हो रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत होने के कारण ऐसे अवैध उत्खनन से तैयार हो रहे मौत के कुओ पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यही कारण है कि बीते दिन अवैध उत्खनन से बना मौत का कुए ने 9 साल की मासूम की जान ले ली।
क्या है मामला
क्षेत्र में अवैध उत्खनन को लेकर आए दिन अखबारों के माध्यम से शासन प्रशासन को अवगत कराया जाता लेकिन शासन प्रशासन है कि किसी की सुनने का नाम नहीं लेता। जब कोई जनहानि हो जाती है तो आनंद-फानन में औपचारिकता पूरी करने के लिए छोटी-मोटी कार्यवाही करके आम जनता को गुमराह करने की पूरी प्रोसीजर कर लेते हैं। यही कारण है कि क्षेत्र में चल रहे अवैध उत्खनन पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिम्मेदार अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद भी अवैध खनन के कारोबारी पर कोई कार्रवाई न होना सीधा अधिकारियों की शॉर्टकट की और इशारा करता है। यही कारण है कि क्षेत्र में ग्रामों से लगी नदी नालों में रोजाना सैकड़ो ट्रॉली डंपर के द्वारा जेसीबी मशीन लगाकर लाखों रुपए की बजरी मुरम का अवैध कारोबार किया जा रहा है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ऐसे उत्खनन कारोबारी पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। बीते दिन सिराली से लगे मालपुर से बहने वाला साकल्या नाले से बजरी का उत्खनन के कारण कई जगह 8 से 10 फीट के गड्ढे कर दिए गए हैं। जिसमें मंगलवार के दिन सुबह सिराली निवासी ताज खान ने अपने बच्चों राजा उम्र 9 वर्ष की गुम होने की सूचना सिराली थाने को दी। पुलिस एवं परिजनों ने दिन भर ढूंढने के बाद उसके साथियों से पूछताछ करने पर उनके साथ नहाने जाने की बात कही। लेकिन नहा कर घर नहीं आया। पुलिस एवं परिजनों ने मौके पर जाकर देखा तो कपड़े उसी जगह पड़े मिले। पुलिस एवं परिजन ने लगभग रात्रि 11 बजे उस पानी के गड्ढे में ढूंढने पर डूबा हुआ मिला। उसे पानी से तुरंत निकाल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिराली लाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया। सूत्रों की माने तो मालपुर के सांखला नाले के पास आधा दर्जन किसानों के द्वारा नाले से पानी लेने के लिए नहर में साइफन डालकर उक्त नाले में गड्ढा खोदकर पानी एकत्र किया था। जिससे की इक_ा किया गया पानी नाले के जरिए बहकर आगे ना जा सके। किए गए गड्ढे की जगह पर मालवा मौजूद है, जिसे पानी लेने के उपयोग के बाद वापस भरवारा नहीं गया। प्रश्न है कि पानी लेने के लिए जब गड्ढा खोदा गया था तो उपयोग के बाद उसे भरवाराया क्यों नहीं गया। दुर्घटना स्थल पर गड्ढे का मालवा पड़ा है। पुलिस मर्ग कायम कर अपने कर्तव्य की इतीश्री कर ली, जबकि ऐसे लापरवाह उत्खनन करने वालों पर मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
जेसीबी एवं मजदूर से होता है उत्खनन
सिराली क्षेत्र में बहने वाले गोंगई, सियानी, माचक नदी नालों से आए दिन सैकड़ो ट्रॉली एवं डंपर सभी उतखनन कर बजरी निकाली जा रही है। कई घाटों पर जेसीबी के द्वारा सैकड़ो की संख्या में मौत के कुएं तैयार कर दिए गए हैं। इधर उत्खनन करने वाले तो मोटी कमाई कर ही रहे हैं लेकिन शासन प्रशासन और नेताओं की भी भूमिका भी अवैध कमाई में बराबर की हिस्सेदारी दिखाई दे रही है। अगर ऐसा नहीं है तो फिर जिम्मेदार अधिकारी और जनता के चुने प्रतिनिधि ऐसे अपराधियों की लिए अपनी मौन स्वीकृति क्यों दे रहे हैं। सूत्रों की माने तो अवैध अवैध उत्खनन करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों से पहले ही हिस्सेदारी देकर अवैध उत्खनन कर रहे हैं। अगर किसी जिम्मेदार अधिकारी को और अधिक कमाई दिखती है तो वह जाकर ट्रैक्टर ट्राली एवं डंपर पर कार्रवाई तो करता है, लेकिन अपना हिस्सा मिलने के बाद उन्हें बीच रास्ते से ही छोड़ देते हैं। ऐसे मामले मचक नदी सयानी नदी के रोलगांव, डंगावा शंकर, जात्राखेड़ी, महेंद्रगांव, कोतवाल, आमखाल गोमगांव, पिपलिया खुदिया, सिराली खुदिया रोड मुंडासेल नहाली, आमासेल ऐसे दर्जन घाटों पर देखा जा सकता है। जिससे आये दिन ग्रामीणों के लिए खतरा बना रहता है।
4 – 5 दोस्त रोज जाते थे नहाने
रिकॉर्ड तोड़ गर्मी ने बड़ों बड़ों को घर में कैद कर दिया। जिससे गर्मी और लू से बचा जा सके। लेकिन जिन ग्रामों के करीब से नदिया बहती है वहां के बच्चे बूढ़े सभी नदी में नहाने जाते हैं। वैसे ही सिराली से लगा सकलिया नाले में भी 8-9 वर्ष की उम्र के तीन चार दोस्त भी रोजाना उसी जगह नहाने जाते थे, लेकिन कभी उनका उस गड्ढे से पाला नहीं पड़ा था। लेकिन सोमवार के दिन लगभग 11 अपने दोस्तों के साथ नहाने गया राजा फिर दोबारा लौट कर घर नहीं आया। नहाते समय गहरे गड्ढे में जाने से मौत हो गई। लेकिन दोस्तों ने शाम तक किसी को यह बात नहीं बताई। पुलिस की पूछताछ में जब नहाने की बात सामने आई तब पुलिस एवं परिजनों ने मौके पर जाकर तलाशी शुरू की और मृत राज की लाश को पानी से बाहर निकाला गया।