अनोखा तीर, भोपाल। अरविंदो हॉस्पिटल इंदौर के दो दर्जन से अधिक चिकित्सक एवं लगभग आधा सैकड़ा पैरामेडिकल स्टाफ जोरा पहुंचा। इसके अलावा ग्वालियर से होम्योपैथी के डॉक्टर राजेश गुप्ता, आयुर्वेद के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर रिछारिया सहित होम्योपैथी के डॉ. बृजेश तिवारी, डॉक्टर रानी तिवारी ने अन्य स्टाफ के साथ शिविर में अपनी सराहनीय सेवाएं दीं। इंदौर से आए मेडिसिन विशेषज्ञ डीआर आरएस झा अपने अन्य चिकित्सक साथियों के साथ मरीज का परीक्षण किया एवं उन्हें उचित परामर्श दिया।
आयुर्वेद होम्योपैथी एक्यूप्रेशर का रहा अलग क्रेज
शिविर में होम्योपैथी एवं आयुर्वेद सहित एक्यूप्रेशर विधा का विशेष क्रेज रहा। काफी संख्या में मरीजों ने होम्योपैथी, आयुर्वेद के काउंटरों की तरफ रुख किया, जहां होम्योपैथी के डॉक्टर राजेश गुप्ता, श्रीमती गुप्ता, डॉ. रानी तिवारी ने मरीज को बीमारी में स्थाई लाभ के लिए होम्योपैथी दवाओं को अपनाने की सलाह दी।
एक्यूप्रेशर के डॉ. एसके गर्ग के हाथों ने दिखाया जादू
शिविर में एक्यूप्रेशर के दिल्ली से आए डॉ. एसके गर्ग का ओपीडी चैंबर मरीजों का सर्वाधिक ध्यान अपनी ओर खींचने में सफल रहा। हालत यह रहे कि डॉ.गर्ग कई घंटे तक लगातार खाने की सुध-बुध खोकर दर्द से बेहाल मरीज को राहत देते रहे। लोगों के अनुभव के अनुसार एक्यूप्रेशर के माध्यम से उन्हें अपने स्थाई दर्द में 40 से 60 प्रतिशत तक तुरंत राहत मिली। कई लोग तो अचंभित होकर इसे डॉक्टर साहब के हाथों का चमत्कार भी बता रहे थे। एड़ी, घुटने, कंधे एवं कमर दर्द के कई मरीज दर्द से निजात पाने की आस में चेंबर के भीतर एवं बाहर इंतजार करते रहे। वहीं निर्धारित समय अवधि के बाद भी कई घंटे तक मरीज का एक्यूप्रेशर से उपचार करते रहे डॉक्टर घर की सेवाभाव की कई मरीज सराहना करते नहीं थक रहे थे। लोगों का कहना था कि डॉक्टर के हाथों में सचमुच जादू है, वह अपनी पल्स लगाकर जैसे ही मरीज को दर्द के संबंध में पूछते हैं तो मरीज अचंभित होकर कहने लगता है कि दर्द काफी हद तक बहुत कम है।
कार्यक्रम दौरान भारत के सर्वोच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश जेके माहेश्वरी और ग्वालियर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश वीरेंद्र मिश्रा द्वारा डॉक्टर एसके गर्ग को सम्मानित किया गया।