अनोखा तीर, हरदा। ओरल हाईजीन आपके डेंटल हेल्थ के साथ पूरे शरीर की हेल्थ के लिए जरूरी है, इसकी मदद से दांतो से सड़न और इससे होने वाली बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। उक्त बातें जिला चिकित्सालय में आयोजित विश्व ओरल दिवस पर आयोजित कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ. मनीष शर्मा ने कही। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ.मोनू चौरे ने बताया कि इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों की मुंह की सफाई के प्रति जागरूक करना और ओरल हेल्थ को एक बुनियादी मानव अधिकार के रूप में बढ़ावा देना है। डॉ.चौरे ने कार्यशाला में उपस्थित सभी विद्यार्थियों और आमजन को ओरल स्वास्थ्य रखने संबंधी शपथ दिलाई। जिला स्वास्थ्य अधिकारी सुनील द्विवेदी ने हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत करते हुए हस्ताक्षर पट्टिका पर लिखे संदेश को जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया, उन्होने बताया कि तंबाखू खाने और तंबाखू से बने दंत मंजन के प्रयोग से मुख का, गले का केंसर होने की संभावना प्रबल होती है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.प्रियंका छारी ने बचपन से ही बच्चों के दांतों की देखभाल पर जोर दिया, सभी को केवल मटर के दाने के बराबर पेस्ट ही ब्रश पर लगाना चाहिए, उससे ज्यादा पेस्ट नुकसान पहुंचा सकता है। जिला चिकित्सालय की दंत चिकित्सक डॉ.पूजा पटेल ने दिन में दो बार ब्रश करने की आवश्यकता पर जोर दिया। कोलड्रिक्स और ज्यादा मीठा खाने से दांतो को नुकसान पहुंचता है। दंत चिकित्सक डॉ.जॉनसन सिंह ने दानेदार मंजन से होने वाले नुकसान के बारे में बताया। कार्यक्रम संयोजन जिला समन्वयक आशीष साकल्ले ने बताया कि वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे के अवसर पर जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया गया है। वहीं पूरे माह ओरल हेल्थ पर जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। महाविद्यालय स्तर पर दंत परीक्षण शिविर एवं जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ.शैलेन्द्र ठाकुर, डॉ. नारायण बिश्नोई, डॉ.कपिल पटेल, नर्सिंग ऑफिसर प्रिया तिवारी, भारती चंदेल, नीतू धोखे, आनंद गौर, ओमप्रकाश ओमी आदि उपस्थित रहे। इस दौरान जिला चिकित्सालय में आने वाले मरीजों, चिकित्सक, पेरामेडिकल स्टॉफ और नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने विश्व ओरल दिवस पर बनाए गए सेल्फी पाईट के संदेश व स्वस्थ दांत के साथ अपनी सेल्फी भी ली।
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