नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी दुबई में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के क्रम में, कई अंतर्राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात की।
इस्रायल के राष्ट्रपति आइजैक हर्जोग से मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी ने हमास हमले में इस्रायली नागरिकों की मौत पर शोक व्यक्त किया और बंधकों की रिहाई का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रभावित इलाकों में सुरक्षित तरीके से मानवीय सहायता पहुंचाना जरूरी है और भारत द्वि-राष्ट्र समाधान के पक्ष में है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि इस्रायल-फलीस्तीन मुद्दे का बातचीत और कूटनीतिक समाधान शीघ्र होना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात कर विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों को और प्रगाढ करने पर चर्चा की। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें दोनों देशों के हित में, सहयोग और बढाने की दिशा में मिलकर काम किए जाने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मुलाकात कर भारत के साथ संबंधों को मजबूत बनाने के उनके संकल्प की प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात, स्वीडन, तुर्की, बारबाडोस, गयाना, इटली, ब्राजील, नीदरलैंड्स, बहरीन, जॉर्डन, ताजिकिस्तान और इथोपिया के नेताओं से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें अमीरात के शेख मोहम्मद बिन जायेद-अल-नाहयान से मुलाकात कर अत्यंत प्रसन्नता हुई है।
कॉप-28 के अध्यक्ष संयुक्त अरब अमीरात ने विश्व नेताओं के बीच जलवायु संबंधित निवेश संस्था अल्टेरा को 30 अरब डॉलर देने की घोषणा की। इसके साथ ही जलवायु कार्रवाई के लिए समर्पित निजी संस्था अल्टेरा सबसे बडा संस्थान बन गई है। यह संस्था वर्ष 2030 तक 250 अरब डॉलर का निवेश करेगी। कॉप-28 के अध्यक्ष डॉक्टर सुल्तान अल जबर ने कहा कि अल्टेरा की स्थापना से अंतर्राष्ट्रीय जलवायु वित्त में नया युग शुरू होगा।