नई दिल्ली- गंगा नदी (राष्ट्रीय जलमार्ग 1) का उपयोग करके अंतर्देशीय जलमार्गों के माध्यम से कार्गो यातायात और ग्राहक लदान (शिपमेंट) व उत्पादों के परिवहन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) और अमेजन सेलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (अमेजन) के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग (एमओपीएसडब्ल्यू) और आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल उपस्थित थे। इसके अलावा मंत्रालय के सचिव टी.के. रामाचंद्रन और आईडब्ल्यूएआई के अध्यक्ष संजय बंद्योपाध्याय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
आईडब्ल्यूएआई और अमेजन के बीच यह सहयोग हमारे अंतर्देशीय जलमार्गों के माध्यम से ई-कॉमर्स कार्गो के परिवहन को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। यह साझेदारी लॉजिस्टिक्स को अनुकूलित करने, पर्यावरणीय फुटप्रिंट को कम करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए जल परिवहन की दक्षता व स्थिरता का उपयोग करना चाहती है। विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार जल परिवहन की तुलना में रेल और सड़क परिवहन क्रमश: 18.5 फीसदी और 91.6 फीसदी अधिक ईंधन की खपत करते हैं, जो इसे परिवहन का सबसे पर्यावरण अनुकूल साधन बनाता है।
इस अवसर पर सोनोवाल ने कहा, “यह भारत के जलमार्गों की विकास कहानी में एक और महत्वपूर्ण पहलू है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में जलमार्गों को परिवहन का एक व्यापक और लोकप्रिय रूप बनाने में सक्षम बनाने के लिए हमेशा विशेष ध्यान दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी की इस सोच को साकार करने की दिशा में यह सरकार अथक प्रयास कर रही है, जिससे जलमार्गों को विकास का फिर से जीवंत माध्यम बनाया जा सके क्योंकि, भारत ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है। यह साझेदारी हमारे अंतर्देशीय जलमार्गों के माध्यम से ई-कॉमर्स कार्गो की आवाजाही के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम होगी। इस साझेदारी का उद्देश्य लॉजिस्टिक्स को सुव्यवस्थित करने, पर्यावरण पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव को कम करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए जल परिवहन की दक्षता व स्थिरता का लाभ उठाना है। इस सेवा की शुरुआत से भारत के अंदरूनी इलाकों के कारीगरों, उद्यमियों और व्यापारियों को परिवहन के एक कुशल माध्यम के जरिए कम लागत पर अपने उत्पादों को उचित रूप से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशाल बाजार में आसानी से बेचने का अवसर प्राप्त होगा। ई-कॉमर्स कार्गो वाले पहले पोत को जल्द ही पटना से कोलकाता के लिए रवाना किया जाएगा।”
अमेजन इंडिया और आईडब्ल्यूएआई के बीच यह सहयोग अंतर्देशीय जलमार्गों को परिवहन के एक सस्ते व टिकाऊ साधन के रूप में आगे बढ़ाने और राष्ट्रीय जलमार्ग-1 का उपयोग करके अंतर्देशीय जल परिवहन के माध्यम से ग्राहक लदान (शिपमेंट)/उत्पादों के कार्गो आवाजाही और परिवहन को बढ़ावा देने को लेकर प्रधानमंत्री के समुद्री अमृत काल विजन- 2047 को साकार करने की दिशा में एक और कदम है।
देश के भीतर जल परिवहन में तेजी लाने के लिए सागरमाला ने रोरो/रोपैक्स और अंतर्देशीय जल परिवहन से संबंधित 7,030 करोड़ रुपये की 113 परियोजनाएं शुरू की हैं। इन परियोजनाओं में से 1,100 करोड़ रुपये की 15 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और 3,900 करोड़ रुपये की 32 परियोजनाएं कार्यान्वयन के अधीन हैं।
ग्राहक पैकेजों की तेज, लागत प्रभावी, टिकाऊ और अधिक विश्वसनीय डिलीवरी सुनिश्चित करने और अपने लाखों विक्रेताओं तक व्यापक पहुंच प्रदान करने को लेकर अमेजन देश में रेल, वायु, जल और सड़क सहित परिवहन के सभी संभावित साधनों का उपयोग करने में सक्षम होगा। इस साझेदारी से न केवल अमेजन को उसकी परिवहन लागत कम होने से लाभ प्राप्त होगा, बल्कि अन्य सभी ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए भारत में व्यापक अंतर्देशीय जलमार्गों का लाभ उठाने की नई संभावनाएं भी उत्पन्न होंगी।
साल 2023 तक अंतर्देशीय जलमार्ग के जरिए 126 एमएमटी कार्गो का प्रबंधन किया गया। भारतीय समुद्री शिखर सम्मेलन- 2021 के दौरान भारतीय समुद्री विजन-2030 की शुरुआत की गई थी। इसके तहत मंत्रालय का लक्ष्य साल 2030 तक अंतर्देशीय जलमार्ग के जरिए कार्गो की मात्रा को 200 एमएमटी से अधिक बढ़ाना है। इसके अलावा मुंबई में आयोजित वैश्विक भारतीय समुद्री शिखर सम्मेलन-2023 के दौरान भारत के प्रधानमंत्री ने अमृत काल विजन-2047 की शुरुआत की। इसके तहत कार्गो परिवहन का लक्ष्य 500 एमएमटी से अधिक रखा गया है।
इसके अलावा इस योजना के तहत साल 2030 तक परिचालन जलमार्गों की संख्या में और 23 की बढ़ोतरी करना शामिल है। अब तक 24 जलमार्ग पहले से ही परिचालित हैं, जिन्हें विजन दस्तावेज के अनुसार साल 2047 तक 50 से अधिक करने की योजना है।
इस माध्यम का अन्य ई-कॉमर्स मंचों के साथ-साथ अंतर्देशीय जलमार्ग परिवहन जरिए लदान को लेकर नियमित होने की आशा है। आईडब्ल्यूएआई और अमेजन सहयोगात्मक रूप से अत्याधुनिक समाधानों का पता लगाने व उन्हें कार्यान्वित करने, ई-कॉमर्स उद्योग की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने और एक हरित व अधिक लचीले लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम में योगदान करने के लिए तैयार हैं।