प्रताड़ना से तंग युवती की खुदखुशी के मामले में मंगलवार को शहरवासियों ने घटना के विरोध में अपनी नाराजगी व्यक्त की। विरोधस्वरूप हिन्दू संगठनों का बाजार बंद आह्वान को व्यापारियों के साथ-साथ अन्य वर्गो का भी भरपूर समर्थन मिला। जिससे यह बंद एतिहासिक साबित हुआ है। बंद को इससे पहले इतना समर्थन कभी नही मिला। इस दिन सुबह से लेकर देर शाम तक दुकानें बंद नजर आईं। इस दौरान मुख्य बाजार घंटाघर समेत अन्य बाजार क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा रहा। इस बीच लोग चाय-पान समेत अपने जरूरी कामों के लिये यहां-वहां भटकते दिखे।
अनोखा तीर, हरदा। विगत दिनों ट्रेन से कटकर खुदखुशी करने वाली हरदा के बेटी के पक्ष में शहरवासियों ने अपनी एकजुटता दिखाई है। हिन्दू संगठनों मंगलवार बंद के आह्वान को व्यापारियों समेत प्राय हर वर्ग का भरपूर समर्थन मिला। जिसके चलते शहर बंद एतिहासिक रहा। इस दिन सुबह से लेकर देर शाम तक सभी दुकानें बंद रहीं। शहर के मुख्य बाजार घंटाघर के अलावा अन्य बाजार क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा हुआ था। उस तस्वीर ने बयां किया कि घटना को लेकर जन-जन में किस कदर नाराजगी है। यही कारण है कि समस्त व्यापारियों तथा छोटे-मंझोले दुकानदारों ने आगे रहकर बंद को सफल बनाया, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोहरायी ना जाएं। इस मौके पर शहरवासियों ने कहा कि ये विरोध ऐसे तत्वों को मुंहतोड़ जबाव है। वहीं संकेत है कि ऐसी घटनाओं को बर्दास्त नही किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बाजार बंद को लेकर शहर के नागरिकों तथा हिन्दू संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने पूर्व संध्या यानि सोमवार शाम को शहर में जगह-जगह घूमकर लोगों से बंद को सहयोग प्रदान करने की अपील की थी। उधर, इटारसी जीआरपी प्रकरण के मुख्य आरोपी साजिद अंसारी को गिरफ्तार कर चुकी है। बता दें कि मामले में कार्रवाई से हिन्दू संगठन के लोग असंतुष्ट बताये जा रहे हैं। यही वजह है कि शहर बंद समेत अन्य प्रदर्शनों की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
धरना दिया, सौंपा ज्ञापन
शहर बंद आंदोलन के बीच दोपहर 12 बजे स्थानीय बड़ा मंदिर के सामने धरना दिया गया। वहीं धरना के बाद अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से निष्पक्ष जांच की मांग दोहराते हुए आरोपी के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की बात कही है। इस मौके पर अधिवक्ता प्रकाश टांक, धर्म रक्षा समिति के श्याम शर्मा, करणी सेना जिलाध्यक्ष सुनील सिंह राजपूत सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
चाय-पान को तरसे लोग
इधर, दिनभर बाजार बंद होने के कारण लोग चाय-पान समेत अन्य जरूरी कामों के लिये भटकते दिखे। क्योंकि, शहर का चप्पा-चप्पा बंद था। इस दौरान कोई भी दुकान खुली नही थी। इस बीच ग्रामीण क्षेत्र से आए लोगों को भी बगैर बाजार वापस लौटना पड़ा। हालांकि, बंद के वक्त हॉस्टिल, मेडिकल समेत अन्य आपात सेवाएं चालू रहीं।
आज भी बंद का आह्वान
युवती के खुदखुशी करने के मामले में लोगों का आक्रोश कम होने का नाम नही ले रहा है। घटना के विरोध में जहां मंगलवार को एतिहासिक शहर बंद रहा। इस दौरान धरनास्थल पर बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी उनकी नाराजगी का दायरा दर्शा रही थी। इसी दिन बुधवार को भी बंद रखने का आह्वान हुआ है। साथ ही इस दिन बड़ी संख्या में बड़ा मंदिर के पास एकत्रित होने की बात कही जा रही है।
देर शाम को निकाला कैंडल मार्च
उधर, कुचबंदिया समाज ने प्रजापति परिवार की इस दुख की घड़ी में ईश्वर से उन्हें संबल प्रदान करने की प्रार्थना की। इससे पहले कुचबंदिया समाज ने स्थानीय नार्मदीय चौक से कैंडल मार्च निकाला गया। जो घंटाघर स्थित महापुरूषों की प्रतिमा के समक्ष समाप्त हुआ। इस दौरान उपस्थित युवाओं ने घटना के प्रति अपना विरोध दर्ज करते हुए इसकी निंदा भी की। इस मौके पर रोहित सौदे पम्मी, सोमनाथ चौहान, सतीश कुचबंदिया और अर्जुन सौदे सहित बड़ी संख्या में समाजिकजन मौजूद थे।
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