नर्मदापुरम- प्रदेश में मिशन 2023 विधानसभा चुनावी समर की हलचल तेज होने लगी है जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तिथि नजदीक आ रही है वैसे-वैसे चुनावी मैदान में उतरने के लिए छोटे-बड़े महत्वाकांक्षी नेता अपनी उम्मीदवारी के लिए कमर कसते नजर आ रहे हैं ,फिलहाल कुलीनो के कुनबे में नूरा कुश्ती शुरू हो गई है, वही दूसरे दलों के पहलवान भी अपनी-अपनी लंगोटी को कसने की तैयारी में जुटने में लगे हैं । वर्तमान में प्रदेश में यह कहावत चरितार्थ बिल्ली के भाग से सीका टूटा , से सत्ता में आई भाजपा एक बार फिर आशान्वित है लेकिन डगर आसान नजर आती नहीं दिखाई दे रही है , दरअसल गुटवाजी आशा मैं पानी फेर सकती है । नर्मदापुरम विधानसभा में विधायक डा सीतासरन शर्मा के खिलाफ ही पार्टी कुछ जिम्मेदार मोर्चा खोल दिया है । पिछले दिनों करीब 13 नेता व कार्यकर्ताओं ने संगटन से नए चेहरे पर मेहरबान होने की मांग कर चुके हैं जिनमें महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष माया नारोलिया, पूर्व नपाध्यक्ष अखिलेश खण्डेलवाल ,भाजपा नेता डा राजेश शर्मा शामिल हैं ।
वर्तमान विधायक डॉ सीतासरन शर्मा का कहना है कि इस बार भी चुनाव में शामिल होकर क्षेत्र के विकास और जनता की सेवा के लिए पार्टी हमेशा की तरह विश्वास रखेगी और क्षेत्र का विकास लगातार करूंगा उन्होंने कहा कि संगठन और पार्टी दोनों ही का विश्वास है सभी के सहयोग से एक बार फिर पार्टी की जीत होगी । इधर नर्मदा अंचल में विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस पार्टी में भी महत्व कांची नेता अपनी-अपने टिकट की जुगाड़ में है हालांकि नर्मदा पुरम में कोई दमदार नेता नजर नहीं आ रहा है जो भाजपा की चुनौती को आसानी से स्वीकार कर जीत हासिल कर सके अकेले लगाई जा रही है कि भाजपा से नाता तोड़कर कांग्रेस में शामिल होकर भाजपा से दो बार विधायक रहे गिरिजा शंकर शर्मा कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं लेकिन परिवार और भाई का धर्म निभाते हुए यदि भाजपा उनके भाई डॉक्टर सीता शर्मा को टिकट देती है तो वे विधानसभा चुनाव में नहीं उतरेंगे , वही कांग्रेस से नीरज फोजदार चंद्र गोपाल मलैया, पूर्व विधायक सविता दीवान शर्मा भी उम्मीदवारी के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं देखना यह है कि भाजपा और कांग्रेस में टिकट की की रेस में कौन कौन-कौन सफल हो पाता है ।