यह बात गलत है….

आप जो यह तस्वीर देख रहे हैं, वह शहर के महाराणा प्रताप कालोनी का दृश्य है। जहां कचरे एकत्रित करने वाला डस्टबिन धूल खा रहा है या यूं कहें कि अनउपयोगी साबित हो रहा है। साथ ही यह सवाल भी उठता है कि यहां स्वच्छता व्यवस्था का आखिर हाल क्या है ? जानकारी के अनुसार शहर के विभिन्न स्थानों पर लगे डस्टबिन समेत अन्य उपकरण अस्त-व्यस्त दिखाई पड़ते हैं। जिन्हें दुरूस्त करने की जरूरत है। साथ ही लगातार मॉनीटरिंग कर व्याप्त कमियों की पड़ताल करने की आवश्यकता है। इस बारे में जागरूक नागरिकों का कहना है कि शहरवासियों को जागरूक करने के साथ ही स्वच्छता का वातावरण निर्मित करने के उद्देश्य से जगह-जगह डस्टबिन लगाये थे, वहीं कचरा एकत्रित करने डोर टू डोर कचरा गाड़ी भेजे जाने की व्यवस्था अब तक बहाल है। नागरिकों के मुताबिक इन सबके बीच कहीं ना कहीं कोई कमी खल रही है, जो जिम्मेदारों की नजरों से मानो ओझल है या जबावदेह व्यक्ति उसे नजरअंदाज कर रहे हैं। क्योंकि इन सबके अभाव में यहां-वहां व्यवस्था पटरी से उतरी हुई दिखाई दे रही है। जबकि नगर प्रशासन सभी मामलों में साधन संपन्न है। वहीं उसके पास भरपूर अमला भी उपलब्ध है। बावजूद सामने आ रहीं कमियां सवालों के घेरे में है। तभी तो लोग कहना नही चूक रहे, कि यह बात गलत है।

Views Today: 2

Total Views: 30

Leave a Reply

लेटेस्ट न्यूज़

MP Info लेटेस्ट न्यूज़

error: Content is protected !!