बच्चों में विज्ञान एवं गणित के प्रति रूचि बढ़ाने के लिए प्रभारियों को दिया प्रशिक्षण

विज्ञान प्रयोगशाला प्रभारियों का जिला स्तर पर चार दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

बैतूल- शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री स्कूलों की विज्ञान प्रयोगशालाओं के सुदृढ़ीकरण की दृष्टि से विज्ञान शिक्षक, विज्ञान प्रयोगशाला प्रभारियों का जिला स्तर पर चार दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.विद्यालय बैतूल में संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण समग्र शिक्षा अभियान सेकेण्ड्री एजुकेशन लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के निर्देशन पर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ.अनिल कुशवाहा, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक संजीव श्रीवास्तव, सहायक परियोजना समन्वयक सुबोध शर्मा, आई.टी.सैल प्रभारी विनोद पड़लक, प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी एवं प्राचार्य शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.विद्यालय बैतूल सत्येंद्र उदयपुरे के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। क्षे़त्रीय शिक्षा संस्थान भोपाल से प्रशिक्षित मास्टर ट्रेंनर संदिप लिखितकर एवं महेश गुंजेले द्वारा जिले की 284 हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री स्कूलों के विज्ञान शिक्षक, विज्ञान प्रयोगशाला प्रभारियों को प्रशिक्षण तीन बैंच में दिया गया।

 प्रथम बैंच में शामिल हुए 98 विज्ञान शिक्षक
प्रथम बैंच में आमला, बैतूल, चिचोली के 95 शिक्षक द्वितीय बैंच में घोड़ाडोंगरी, मुलताई, शाहपुर के 91 शिक्षक तथा तृतीय बैंच में आठनेर, भैंसदेही, भीमपुर, प्रभातपट्टन के 98 विज्ञान शिक्षक, विज्ञान प्रयोगशाला प्रभारी शिक्षक शामिल हुए। प्रशिक्षण के अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ.अनिल कुशवाहा ने बताया कि यह प्रशिक्षण पहली बार आयोजित किया गया है। इस प्रशिक्षण से बच्चों में विज्ञान एवं गणित के प्रति रूचि बढ़ाने के लिये प्रत्येक हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री स्कूलों के विज्ञान शिक्षकों एवं प्रभारियों को दिया गया हैं तथा प्रयोगशालाओं का रखरखाव हो सके बच्चे प्रयोगशालाओं में जाकर विज्ञान एवं गणित के प्रयोग कर सकें।
 विद्यार्थियों को सिखाए विभिन्न प्रयोग
इस प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेंनर संदिप लिखितकर एवं महेश गुंजेले द्वारा अनेक प्रयोग जिसमें ड्राइंग सीट से अनेक गणितीय आकृति बनाना एवं गणित की एक्टिविटी के प्रयोग सिखाए जिसमें गणित प्रयोगशाला तैयार करना, सम और विषम संख्याएं, लघुत्तम समापवर्त एवं महत्तम समापवर्तक, भिन्न, पूर्णाकों को जोड़-घटाना, बहुपद का गुणनखंड, क्षेत्रफल, पृष्ठिय क्षेत्रफल और आयतन निकालना तथा विज्ञान, रसायन, भौतिक  के प्रयोगो में यौगिकों की पहचान,ओम का नियम का सत्यापन,श्रेणी क्रम, समानान्तर क्रम, मिश्रित क्रम, वर्नियर कैलिपर्स, स्क्रु गेज, स्पोरोमिटर, प्रकाश का परावर्तन, विद्युत चुम्बकीय प्रेरण, प्रकाश का अपवर्तन, प्रकाश का गमन करना, स्लाईड बनाना, वसा का परिक्षण, डी.एन.ए. निकालना, ब्लड ग्रुप की पहचान करना, जल का पी.एच.प्राप्त करना, मिट्टी का पी.एच.प्राप्त कराना, जल में रसायनों की मात्रा का पता लगाना, पदार्थ के कणों को समझना, जल की गुणवत्ता का समझना, स्टार्च परिक्षण, सुक्ष्मदर्शी का प्रयोग, प्रोटीन टेस्ट, मच्छरों की पहचान एवं उनका जीवन चक्र, विद्युत लेपन क्रिया, पुष्प के विभिन्न भागों का अध्ययन आदि प्रयोगों के साथ-साथ प्रयोगशाला में रखरखाव, सावधानियां, प्रयोगशाला संधारण पंजी तथा शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.विद्यालय बैतूल की प्रयोगशाला जीव विज्ञान, रसायन, भौतिकी का भ्रमण कराया गया।
 प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान को समझेंगे विद्यार्थी
समापन अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के आई.टी.सैल प्रभारी विनोद पड़लक, ने कहा कि प्रशिक्षण के पश्चात सभी शिक्षक अपने-अपने स्कूलों में बच्चों का प्रयोगशाला में प्रयोग कराये जिससे बच्चें प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान को समझ सकेगें तथा तैयारी कर सकेंगे। प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी एवं प्राचार्य शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.विद्यालय बैतूल सत्येंद्र उदयपुरे ने सभी विज्ञान शिक्षकों एवं प्रभारियों को शुभकामनाएं दी और कहा की शिक्षक के पास जो ज्ञान हैं उसे विद्या दान कर बच्चों के भविष्य के निर्माण में लगायें जिससे हम शिक्षित समाज का निमार्ण कर सकें। प्रशिक्षण को सफल बनाने में शिक्षक किशोर चौहान, श्रेयांक अड़लक, दिव्यांशु डोंगरे, एस.डी.सूर्यवंशी, प्रियंका यादव, शालिनी गणेशे, कंचना गावंडे, लीना वागद्रे, हेमलता, एस.के ब्राम्हणें तथा शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.विद्यालय बैतूल के स्टाप का विशेष सहयोग रहा।

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