नर्मदा में समां गई 15 जिंदगियां, बचाव दल के सामने बारिश बनी चुनौती

खरगोन- मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर खलघाट के समीप बने पुराने पुल (संजय सेतू) से सोमवार को महाराष्ट्र की बस नदी में गिरी है। इस घटना में 15 लोगों की जिंदगी पानी के अंदर समां गई। इस घटना की शायद ही कभी लोगों ने कल्पना की होगी। हादसे में मृतक लोगों की अभी पहचान नहीं हो सकी है। बस इंदौर से महाराष्ट्र की तरफ जा रही थीं। घटना की जानकारी मिलते ही धार और खरगोन का पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया है। खरगोन से कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, एसपी धर्मवीरसिंह भी पहुंचे हैं। रेस्क्यू जारी है। घटना सुबह 10 बजे की बताई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना के वक्त लोगों को बचाने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं थे। दो नावकों को लेकर कुछ स्थानीय नाविक और गोताखोर सबसे पहले पहुचे। जिसके बाद पुलिस का अमला।

नए पुल से यातयात को किया डायवर्ड

घटना के चलते एबी रोड पर पुराने पुल से आगवाम बंद है। ट्रैफिक को डायवर्ड कर नए पुल से निकाला जा रहा है। जिसके चलते वाहन रेंग-रेंग कर निकलते रहे। वहीं हादसे की जानकारी लगने से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।

दो जिलों की सीमा पर बना पुल

नर्मदा नदी पर बना संजय सेतू पुल धार और खरगोन जिले की सीमा पर बना हुआ है। इसमें उत्तर छोर धार और दक्षिणी हिस्सा खरगोन जिले में आता है। पुल के 12 नंबर पोल के समीप बस रेलिंग को तोड़ते हुए सीधे नर्मदा के बीचोंबीच गिरी है।

प्रभारी मंत्री ने ट्वीट कर जताया दुख

कृषि मंत्री एवं खरगोन जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने खलघाट के पास नर्मदा नदी में इंदौर से पुणे जा रही यात्री बस हादसे में ट्वीट करते हुए कहा कि समाचार अत्यंत दुखद है। बचाव दल के साथ खरगोन के कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंच गए हैं।बचाव कार्य जारी है।घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ मृतकों को ईश्वर अपने चरणों में स्थान दे।

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