देश के नाम संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बड़ा ऐलान करते हुए नए कृषि कानूनों (New Agriculture Laws) को वापस लेने की घोषणा की.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi) आज तीन दिनों के उत्तर प्रदेश दौरे पर जाने से पहले कौम को खिताब किया. उन्होंने इस दौरान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है. उन्होंने इस मुद्दे पर आंदोलन कर रहे किसानों को घर वापस लौटने की अपील की.
वज़ीरे आज़म मोदी ने कहा कि अपने पांच दशक की ज़िंदगी में किसानों की चुनौतियों को बहुत करीब से देखा है, जब मुल्क हमें 2014 में प्रधानसेवक के तौर पर खिदमत का अवसर दिया तो हमने कृषि विकास, किसान की तरक्की को पहले तरजीह दी.
पीएम मोदी ने कहा कि कोशिशों के बावजूद कुछ किसानों को नहीं समझा पाए. भले किसानों का एक वर्ग विरोध कर रहा है. कृषि वैज्ञानिक, एक्सपर्ट ने समझाया. अनेक माध्यम से समझाया. व्यक्तिगत, सामूहिक बातचीत से समझाया. किसानों के तर्क को भी समझाने की कोशिश की. दो साल तक कानून सस्पेंड करने का प्रावधान किया. यह विषय सुप्रीम कोर्ट में गया. आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए पवित्र दिल से कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी. कुछ किसान भाइयों को नहीं समझा पाए. गुरु नानक देव जी का पवित्र प्रकाश पर्व है. किसी को दोष देना ठीक नहीं. हमने 3 कृषि कानूनों को वापस लिया.
उन्होंने कहा कि ये भी बहुत सुखद है, कि डेढ़ साल के अंतराल के बाद करतारपुर साबिह कॉरिडोर अब फिर से खुल गया है. पीएम मोदी ने कहा किसानों को उनकी मेहनत के बदले उपज की सही कीमत मिले, इसके लिए भी अनेक कदम उठाए गए. देश ने अपने Rural market infrastructure को मजबूत किया कि हमने MSP तो बढ़ाई ही, साथ ही साथ रिकॉर्ड सरकारी खरीद केंद्र भी बनाए. हमारी सरकार द्वारा की गई उपज की खरीद ने पिछले कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी तीन दिनों के यूपी दौरे (PM Narendra Modi UP Visit) के पहले दिन आज महोबा और झांसी जाने वाले हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री बुंदेलखंड को अर्जुन सहायक परियोजना समेत कई सौगात देंगे. इससे पहले पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेकर किसानों को राहत की सांस दी है.