– व्यापारियों का आरोप – किसानों का बर्ताव ठीक नही
इन्टो : जिले में कृषि उपज के भाव धरातल को छू रहे हैं, वहीं प्राकृतिक मार छेल चुका किसान खुद को ठगा महसूस कर रहा है। जबकि शासन ने यहां किसानों को बतौर राहत मुआवजा दिया है। किंतु , वह राहत भी बेअसर साबित हो रही है। इसके कई कारण हैं। लेकिन यहां मुद्दा समाधान का है। क्योंकि हर किसान साधन सम्पन्न नही है। उसे कषि कार्य के लिए नगद की जरूरत लाजमी है। ऐसे में संवाद एवं सुलह की राह अपनाना बेहद जरूरी है।
अनोखा तीर , हरदा। मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी में मक्का की खरीदी पर दूसरे दिन भी ग्रहण रहा। इसका गेहूं और सोयाबीन समेत अन्य फसलों की खरीदी पर भी असर हुआ है। उधर, नाराज किसानों ने मंडी का मुख्य मार्ग बंद कर अपनी नाराजगी जाहिर की। इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से मौके पर पुलिस बल पहुंच गया था। इधर, उपज के भाव को लेकर किसानों की नाराजगी जारी रही। उधर, व्यापारियों ने किसानों के बर्ताव को आगे कर खरीदी से कदम खींच लिया। इसको लेकर आंदोलित किसान व्यवस्था को कोसता हुआ नजर आया है। इन सब तमाशों के बीच अन्य जरूरतमंद किसान की उपज बीते 2 से 4 दिनों में अब तक नही बिक पाई है। जिसके चलते उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। मंडी में मौजूद किसानों की अलग-अलग व्यथा सुनने को मिली। किसी ने कहा कि मंडी में दो से तीन दिन हो गए हैं तो किसी ने कहा कि कुछ दिनों पहले 1500 रूपये क्विंटल में मक्का बेचा था। वही माल अब 1200-1300 रूपये से आगे नही बढ़ रहा है। बता दें कि जिले में कृषि उपज के भाव धरातल को छू रहे हैं। ये स्थिति ना केवल मक्का कृषक बल्कि सोयाबीन और चना कृषकों को भी कमजोर कर रही है। गौरतलब है कि क्षेत्र का किसान हाल ही में प्राकृतिक मार झेलकर उससे उबरने की कोशिश में जुटा है। इन सबके बीच ये हालात किसानों की कमर तोड़ रहा है। क्योंकि , इसका मुख्य कारण यहां हर किसान साधन सम्पन्न नही है। उसे कषि कार्य के लिए नगद की जरूरत पड़ना लाजमी है। ऐसे में कृषक और व्यवस्था के बीच जारी विरोधाभास का पटाक्षेप बेहद जरूरी है।
—-न्यूज इन बाक्स—–
किसानों की आड़ में खरीदी से मोड़ रहे मुंह : मोहन साईं
पूरे मामले को लेकर किसान नेता एवं जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन सांई ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। श्री सांई ने जारी बयान में कहा कि जिला प्रशासन को बार-बार लिखित ज्ञापन देकर इन सब हालातों से पहले ही आगाह किया था। मंडियों में किसानों की मक्का के अलावा अन्य फसलें कम दामों पर खरीदी जा रही है। उन्होंनें यह भी कहा कि अन्य राज्यों में सरकार ने समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी की है। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार सवालों के घेरे में है। कांग्रेस अध्यक्ष ने हरदा मंडी में मक्का खरीदी के बीचें व्यापारियों द्वारा किसानों पर गाली गलौच के आरोपों पर भी कटाक्ष किया है। कहा कि किसानों को बदनाम कर मक्का की खरीदी से मुंह मोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जो कि सरासर गलत है। कांग्रेस अध्यक्ष ने जिला कलेक्टर से मामले में त्वरित संज्ञान लेकर उचित मूल्य पर मक्का की खरीदी सुनिश्चित कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंनें मंडी अधिनियम का हवाला देकर खरीदी व्यवस्था से अलग होने वाले व्यापारियों के विरूद्व कार्रवाई की भी मांग की है। जिला कांग्रेस ने सुधार ना होने की दशा में अनिश्चितकालीन आंदोलन की बाध्यता जताई है।
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