महिला दिवस पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आयोजन शासकीय गृह विज्ञान महाविद्यालय में संपन्न

अनोखा तीर नर्मदापुरम- महिला दिवस पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आयोजन शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में किया गया भारतीय इतिहास में प्रसिद्ध महिलाएं विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। महिला दिवस पर आयोजित कार्यशाला का आयोजन डॉ कामिनी जैन के मार्गदर्शन में किया गया। इस अवसर पर पत्रकार एवं समाजसेवी सीमा कैथवास, डॉ भारती दुबे, इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ आर बी शाह, डॉ चंद्रषेखर राज, डॉ रामबाबू मेहर ने मंच पर अपनी गरिमामई उपस्थिति प्रदान की।
मां सरस्वती की पूजन, दीप प्रज्वलन कर अतिथियों के स्वागत उपरांत कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर इतिहास विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन अतिथियों द्वारा किया गया। इस प्रदर्शनी में इतिहास में योगदान देने वाली क्रांतिकारी महिला, इतिहास प्रसिद्ध एवं इतिहास में स्थान रखने वाली महिला, साहित्यिक क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाली महिलाओं के चित्र की प्रदर्शनी पर आधारित प्रदर्शनी को लगाया गया।
इतिहास विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ आर बी शाह ने विषय प्रवर्तन एवं महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए इतिहास की सुप्रसिद्ध महिला राजश्री, रजिया बेगम ,रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, रानी अहिल्या बाई, रानी अवंती बाई विभिन्न क्रांतिकारी सामाजिक, साहित्यिक एवं ऐतिहासिक महिलाओं से छात्राओं को अवगत कराते हुए विषय पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर एम. ए. इतिहास की छात्राएं अर्पिता पचौरी, मनीषा कहार, आरती अहिरवार, सोनम बोरासी, पायल परते, राखी यादव, मधु कीर, यशस्वी भदौरिया , आयुषी पांडे , दुर्गा यादव ,अंजली मौर्य, नैंसी शर्मा ने ऐतिहासिक शासिकाओं, क्रांतिकारी, कला, साहित्य, समाज सुधार के क्षेत्र में योगदान देने वाली एवं वर्तमान सशक्त नारी के महत्व को इंगित करने वाले उद्बोधन से सभी को अभिभूत कर दिया।
मुख्य अतिथि सीमा कैथवास अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बहुत शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि इतिहास में भी रोजगार एवं शोध की प्रबल संभावनाएं है। इतिहास में ऐतिहासिक महिला पात्रों पर सतत कार्य किया जाता रहा है एवं भविष्य में कार्य किए जाने की की बड़ी संभावनाएं है। महिलाओं को सशक्त बनाकर विकसित भारत की संकल्पना को पूर्ण करना है, क्योंकि जिन्हें कार्य करना होता है वे स्वयं रास्ता बना लेते हैं। अपने कार्य में आनंद लें सफलता में समय अवश्य लगेगा परंतु आप आदर्श रूप में स्थापित होंगे। पत्रकारिता समाज का चौथा आधार स्तंभ है। पत्रकारिता के क्षेत्र में भी रोजगार के अच्छे अवसर है। वर्तमान समाचार पत्रों में इतिहास से जुड़े हुए स्तंभ पर लेख प्रकाशित होते रहते हैं। आज सरकारी योजनाओं का लाभ हर क्षेत्र में महिलाओं को मिलता है पर परंतु आपको इसके लिए कर्मशील होना होगा।
डॉ भारती दुबे में अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान वर्तमान युग समानता का युग है। समानता का उपयोग करें अपने अधिकारों को जाने परंतु अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहे।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ कीर्ति दीक्षित ने एवं आभार प्रदर्शन करते हुए डॉ रामबाबू मेहर ने इतिहास प्रसिद्ध एवं राजनीतिक महिलाओं के महत्व को बताया। इस अवसर पर छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इतिहास विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में महाविद्यालय में संचालित एनसीसी यूनिट के क्रेडिट में सक्रिय सहयोग प्रदान किया एवं अपनी वैचारिक अभिव्यक्ति की।
इस कार्यक्रम में डॉ वर्षा चौधरी, डॉ पुष्पा दुबे, डॉ हर्षा चचाने, डॉ श्रुति गोखले, डॉ वैशाली लाल, डॉ. रागिनी सिकरवार, डॉ मधु विजय, डॉ रफीक अली, शैलेंद्र तिवारी महाविद्यालय इन स्टाफ एवं भारी संख्या में छात्राये उपस्थित रही।

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