पिता के अंतिम संस्कार के लिए भोपाल से लेकर आए थे
अनोखा तीर, हरदा। घर की छत पर पतंग उड़ाते समय हाई टेंशन लाइन की चपेट में आए 9 वर्षीय दिव्यांश राठौर की बुधवार रात को मौत हो गई। उसका इलाज भोपाल में चल रहा था। बेटे की तबीयत बिगड़ने के सदमें में दो दिन पहले ही उसके पिता की मौत हो गई थी। पिता के बाद बेटे की मौत से परिवार सदमें में है। परिवार में दिव्यांश की मां और उसकी दो बहने है। सोमवार 20 जनवरी की शाम को पतंग उड़ाते समय दो मासूम बच्चे हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गए थे। रामानंद नगर कॉलोनी निवासी 9 वर्षीय दिव्यांश राठौर और 10 वर्षीय केशव चौरे अपने घर की छत पर पतंग उड़ा रहे थे। इस दौरान घर के ऊपर से गुजर रही 11 केवी की बिजली लाइन से दोनों बच्चों को करंट लग गया। हादसे के बाद दोनों बालकों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से दिव्यांश की गंभीर हालत को देखते हुए उसे भोपाल रेफर कर दिया गया था। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव किया और छिपानेर रोड पर करीब डेढ घंटे चक्काजाम कर दिया था। भोपाल में ईलाजरत इकलौते बेटे की इस हालत के सदमे में दो दिन पहले ही उसके पिता कमलेश राठौर की भी मौत हो गई थी। पिता के अंतिम संस्कार के लिए दिव्यांश को हरदा लाया गया, जहां एक निजी नर्सिंग होम में ड्रेसिंग के बाद उसे मौसी के घर ले जाया गया। वही उसकी तबीयत बिगड़ी और बुधवार रात साढ़े नौ बजे उसने दम तोड़ दिया।
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