–सोनतलाई सब डीविजन को नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी
अनोखा तीर, मसनगांव। जल संसाधन विभाग के द्वारा तवा डेम से 1 नवंबर को पानी छोड़ा गया था जो 3 नवंबर को जिले की नहरो में पहुंच गया था। 4 नवंबर को कई किसानों ने सुखे खेतों में पलेवा का काम शुरू किया, लेकिन विभाग के द्वारा बनाई गई टेल टू हेड की नीति के तहत पहले पानी टेल एरिया में पहुंचने की व्यवस्था की गई थी, परंतु चार दिन पानी चलाकर ऊपरी क्षेत्र की नहरो को खोल दिया गया, इसके बाद से ही सोनतलाई सब डिवीजन में सेवन एल शाखा से नीचे पानी आना बंद हो गया। किसान 15 नवंबर के आसपास खेतों में रवि सीजन की फसलों की बुवाई करते हैं। 13 नवंबर होने के बावजूद नहर से खेतों में पानी नहीं पहुंचने के कारण किसानों को बुवाई की चिंता सताने लगी है। किसानों का कहना है कि जल संसाधन विभाग के द्वारा सोनतलाई सब डिवीजन को दिए जाने वाला पानी कम मात्रा में छोड़ने से पानी सेवन एल शाखा तक भी नहीं पहुंच रहा है। रात्रि में कभी कभार पानी यहां तक आता है। दिन में झंझरी माइनर के आसपास पानी रुक जाता है, जिसका खामियाजा क्षेत्र के किसानों को बोनी की देरी के रूप में भुगतना पड़ सकता है। किसान पवन भायरे ने बताया कि नहर विभाग के द्वारा नहर में पानी छोड़ने के बाद 4 दिनों तक रेल्वे लाईन से निचे की शाखाओं में पानी छोड़ा था, लेकिन छोटी शाखाओं में सफाई न होने के कारण पूरा पानी मुख्य शाखा में ही बहता रहा। कुछ किसानों ने खेतों में पलेवा किया, अधिकांश किसान नहर में पानी अपने कुलावे तक आने की राहत देख रहे थे, लेकिन अचानक से ही 7 नवंबर को नहर में पानी आना बंद हो गया, जिसके बाद से किसान नहर में पानी आने का इंतजार कर रहे हैं। रबी सीजन के फसलों की बुवाई का समय निकाला जा रहा है। यदि विभाग द्वारा जल्द पानी की व्यवस्था नहीं की जाती है तो खाद और पानी के लिए बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा। क्योंकि जिले के अधिकारियों का किसानों की समस्या के ऊपर ध्यान नहीं देने से नुकसान हो रहा है। जिला कलेक्टर को संज्ञान लेकर नहर में पानी तथा समिति में खाद उपलब्ध कराना चाहिए।