देवास। शहर के गंगानगर निवासी युवक का अपहरण कर 40 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों में दो महिलाएं भी शामिल हैं और इनमें दो आरोपित पति-पत्नी हैं। हुई घटना के बाद अपहृत युवक की जान की रक्षा के लिए पुलिस ने पूरा मामला गोपनीय रखा और आरोपितों को पकड़ने के बाद घटनाक्रम का खुलासा किया।
पुलिस ने गोपनीय तरीके से किया आपरेशन
शुरुआती जांच के दौरान और दोस्तों से की गई पूछताछ और तकनीकी अनुसंधान से यह स्पष्ट हो गया कि भावेश का अपहरण फिरौती के लिये किया गया है। कार्रवाई के दौरान भावेश सोनी के जीवन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आपरेशन को बहुत ही गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया।
शुरुआती जांच में पता चला कि भावेश अपने दोस्त की मोटरसाइकिल से लिफ्ट लेकर मक्सी बायपास चौराहा पर पहुंचा और किसी के साथ चला गया। अगले दिन भावेश को फोन लगाने वाले बंटी नामक दोस्त द्वारा अपहृत भावेश सोनी के पिता ललित सोनी और पुलिस को यह जानकारी दी थी कि बंटी ने भावेश के नंबर पर फोन किया था, जिस पर एक महिला बात कर रही थी और 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी है।
मंदसौर में दी पुलिस ने दबिश
चारों पुलिस टीमों के सामूहिक प्रयासों के बाद कुछ फोन नंबर टारगेट किये गये, जिनके तकनीकी अनुसंधान के आधार पर पुष्टि होने पर जिला रतलाम व जिला मंदसौर में दबिश के लिए पुलिस टीमें रवाना की गई थी। अलग-अलग दो ठिकानों पर ग्राम बरखेड़ा कला जिला रतलाम और ग्राम सूरी जिला मंदसौर में दबिश दी गई। दबिश में आरोपित हेमराज उर्फ अजय शर्मा और सपना पति हेमराज उर्फ अजय शर्मा , गुड्डी बाई और गोविंद प्रजापति को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने ग्राम सूरी में बांध कर रखे गये अपहृत भावेश सोनी को इनके कब्जे से मुक्त करवा लिया।
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