जबलपुर- आधारताल स्थित न्यू रामनगर में 37 साल पुराना मां आदिशक्ति माता काली मंदिर है जो चंडीधाम के नाम से प्रसिद्ध है। यहां माता महाकाली विराजमान हैं। करीब 18 फीट ऊंची शिला में मां काली की नयनाभिमान अद्वितीय प्रतिमा के दर्शनार्थ बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। चंडीधाम परिसर की वास्तुकला, राजस्थानी शैली में की गई नक्काशी व शानदार बनावट भी देखते ही बनती है। चंडीधाम परिसर में माता महाकाली के अलावा भ्रदकाली, बंजारी माता भी स्थापित है। श्रीकृष्ण भगवान और मां नर्मदा, गंगा और युमना की त्रिवेणी के भी दर्शन होते हैं। मंदिर में आकर अलग ही तरह की शांति और अध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है।
मन भर कर करें दर्शन
खास बात ये है कि मंदिर पसिर किसी तरह रोक-टोक नहीं है मां काली के सीधे दर्शन कर सकते हैं। जब चाहे अाप मां का दर्शन का मां का अाशीर्वाद ले सकते हैं। साफ -सुधरे मंदिर परिसर में शांत वातावरण में ध्यान भी कर सकते हैं। मंदिर परिसर का वातावरण भी अध्यात्म से परिपूर्ण अनुभव देता है।
34 साल पहले स्वप्न में आई थीं मां काली
मंदिर के पुजारी योगेंद्र नायडू बताते हैं कि 34 साल पहले उनके परिवार की महिला के स्वप्न मे मां काली आई थी और उन्होंने अपना स्थान बताया था। परिवार के लोगों ने पहले यहां छोटी की मां काली की प्रतिमा स्थापित की। कुछ ही दिनों में यहां आने वालों का तांता लगने लगा। कुछ दिन बाद मंदिर की ख्याति बढ़ती गई। जनसेवा और भक्तों के सहयोग से चंडीधाम में एक ही शिला में 18 फीट ऊंची महाकाली की स्थापना कराई गई। रोजाना यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं और दर्शन लाभ लेते हैं नवरात्र में चंडीधाम की छंटा देखते ही बनती है।
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