भोपाल- भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की 15 वर्ष बाद शहरी सीट पर वापसी हो रही है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इंदौर-1 सीट से चुनावी मैदान में उतारे जाने पर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, यह पार्टी का आदेश है। मुझसे कहा गया कि मुझे काम सौंपा जाएगा और मैं ना नहीं कहूंगा और मुझे यह करना होगा।उन्होंने कहा कि जब टिकट की घोषणा हुई तो मैं भी हैरान रह गया। मैं पार्टी का सिपाही हूं। वे जो कहेंगे, मैं करूंगा…भाजपा दो-तिहाई बहुमत की ओर बढ़ चुकी है। वक्त बताएगा कि हमें उससे कितनी ज्यादा सीटें मिलेंगी…।
विजयवर्गीय की 15 वर्ष बाद शहरी सीट पर वापसी हो रही है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इंदौर-1 सीट से चुनावी मैदान में उतारे जाने पर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, यह पार्टी का आदेश है। मुझसे कहा गया कि मुझे काम सौंपा जाएगा और मैं ना नहीं कहूंगा और मुझे यह करना होगा। कैलाश विजयर्गीय भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव होने और केंद्र की राजनीति में सक्रिय होने के बावजूद कैलाश विजयवर्गीय शहर से जुड़े रहे। स्थानीय समस्याओं को लेकर उनका मुखर होना उन्हें अलग बनाता है। विधानसभा चुनाव में टिकट देकर संगठन ने उन्हें फिर प्रदेश में सक्रिय रहने का मौका दिया है। एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से विजयवर्गीय को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद राजनीतिक समीकरण भी दिलचस्प हो गए हैं।
Views Today: 2
Total Views: 56