-मुख्यमंत्री ने भेजा और कहा आदिवासियों के लिए हर जरूरत का इंतजाम करें
-सुहागी के अग्नि पीडि़तों को पक्के मकान मिलेंगे
-राशन, बर्तन और कपड़े व बिस्तर भी वनमंत्री शाह ने उपलब्ध कराएं
खंडवा। खालवा आदिवासी क्षेत्र के सुहागी वनग्राम में आग की लपटों ने लगभग 28 घरों को जला डाला था। 24 घंटे में यहां वनमंत्री एवं हरसूद विधायक विजय शाह पहुंचे। इससे पहले जिला प्रशासन की टीम और जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिव्यदित्य शाह ने जिन लोगों के मकान जले थे, उनके लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए। मंत्री श्री शाह ने 25 मकान जिनके जले थे उन्हें 1 लाख 30 हजार रुपए मकान निर्माण के लिए 15 दिन में स्वीकृत कराने का कहा। 5000 के बर्तन हर परिवार को श्री शाह की ओर से तुरंत दिए।
हर परिवार को 10000 के ओढऩे बिछाने के कपड़े तुरंत उपलब्ध कराए। इतना ही नहीं अन्य सहायता भी दी जा रही है। 7 दिन तक दोनों समय का भोजन रेडीमेड बनवाकर इन परिवार वालों को उपलब्ध कराया जा रहा है। 50 किलो राशन में गेहूं और चावल भी दिए जा रहे हैं।
सीएम ने आंसू पोंछने भेजा
संभवत: यह पहला घटनाक्रम जिले का होगा, जिसमें गरीब आदिवासियों के मकान जलने के तुरंत बाद इतनी सुविधाएं दे दी गई। विजय शाह ने कहा कि, चलती विधानसभा से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुझे आदिवासियों के आंसू पोंछने के लिए भेजा है। उन्होंने कहा है कि किसी भी निर्धन व्यक्ति का दिल न दुखे। मौके पर पहुंचकर हर संभव मदद उन तक पहुंचाई जाए।
जल्द बनेंगे पक्के मकान
वन मंत्री ने कहा कि गरीब के लिए माथे की छत सबसे बड़ा सपना होता है। आज आपके मकान जले हैं, तो मध्यप्रदेश संवेदनशील शिवराज सरकार का दायित्व है कि पक्के मकान आपको जल्द मुहैया होंगे। घर गृहस्ती का सामान कपड़े और राशन तक तुरंत दिलवाया जा रहा है।
महिला को बंधाया ढांढस
मंत्री विजय शाह उस समय द्रवित हो उठे, जब एक महिला ने 500 के नोट की गड्डी अधजली बताई। महिला फफककर रो पड़ी। मंत्री श्री शाह ने महिला को ढांढस बांधते हुए कहा कि जब तक तुम्हारा यह भाई विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रहा है। सरकार में मंत्री है, तो चिंता ना करें और जो हो गया, उसे भूल जाएं। आगे का जीवन व्यवस्थित हो। इस तरह का काम करें।
बच्चों को खुद पहनाए कपड़े
उस समय एक पिता भी बिलख पड़ा, जब उसके बच्चों को मंत्री कपड़े पहना रहे थे। उस पिता ने कहा, कि मकान में आटा दाल तक जल गया। पहनने के लिए तन के एक जोड़ी कपड़े बचे हैं, जो पहने हुए थे। एक बच्ची ने कहा कि उसका बस्ता यानी स्कूल की किताबें बच गई। वह किताबें लेकर स्कूल आई थी।
अधिकारियों को दिए निर्देश
मंगलवार को मंत्री विजय शाह के साथ सीसीएफ आरपी राय, डीएफओ देवांश शेखर, एसडीएम हरसूद दिलीप कुमार, टीआई खालवा, सीईओ खालवा समेत कई अधिकारी व अन्य लोग पहुंचे थे।
वन मंत्री ने निर्देश दिए कि गांव में ही शिविर लगाकर जिनके घर जले हैं, उनकी सूची व अन्य कागजात बनाए जाए। पीडि़तों को हरसूद खालवा के चक्कर न लगाना पड़े। श्री शाह ने कहा कि अफसर उनके घर आकर गांव आकर कार्रवाई करेंगे। सारी खानापूर्ति के लिए मैं खुद भी जरूरतमंदों के लिए उपस्थित रह सकता हूं। प्रशासन के अधिकारी भी इनके कागजात बनवाने में मदद करें। कुछ लोगों के तो पट्टे जल गए हैं। वह भी पुराना रिकॉर्ड देखकर दुरुस्त करेंगे।
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