गणेश पांडे,भोपाल। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सागर जिला अस्पताल प्रबंधन खुले बाजार में ₹ 15-18 प्रति किलो मिल रहे आलू को ₹40 प्रति किलो की दर से खरीदा जा रहा है. बाजार दर से दो से 3 गुना अधिक दाम पर आलू ही नहीं अन्य सब्जी भी खरीदी जा रही है. यह नहीं पुराने प्रदाय कर्ता को लाभ पहुंचाने की मंशा से 3 साल से नए टेंडर भी नहीं किए गए. हालांकि सिविल सर्जन सागर ज्योति चौहान बताती हैं कि पूर्व में टेंडर किया गया था जो निरस्त हो गया. अब ई टेंडर की प्रक्रिया चल रही है.
लंबे समय से नहीं हुए जिला चिकित्सालय में मरीजों की भोजन सामग्री के टेंडर, सप्लाई के नाम पर मुनाफाखोरी का कारोबार चल रहा है. कुंडली मार कर बैठे पुराने ठेकेदारों ने जोड़-तोड़ और मिलीभगत से पिछले 3 सालों से नए टेंडर नहीं होने दिए.
इन ठेकेदारों और अस्पताल प्रबंधन की मिलीभगत से पिछले 3 सालों से बाजार दरों से 2 से 3 गुना अधिक दरों पर सामग्री की आपूर्ति कर सरकार को राजस्व हानि ऊंचाई जा रही है. सूत्रों ने बताया कि माह जनवरी में जहां आलू का थोक भाव 6 से 8 रु किलो था तथा वर्तमान में करीब 15 से 18 रू प्रति किलो का थोक भाव है, फिर भी पिछले ढाई साल से 40 प्रति किलो की दर से आलू भुगतान किया जा रहा है. यही हाल अन्य सब्जियों मसालों और अनाज का भी है.
*पुराने ठेकेदारों और अस्पताल प्रबंधन की मिलीभगत से*
नई टेंडर प्रक्रिया को पूरा नहीं होने दिया जा रहा है. बार-बार अड़ंगे डालकर रुकवा दिया जाता है. ताकि उनके द्वारा की जा रही सामग्री की सप्लाई और उससे होने वाली मुनाफाखोरी जारी रह सके. इस तरह से सामग्री खरीदी में अतिरिक्त रूप से शासन की बड़ी धनराशि का घोटाला किया जा रहा है. शासन की धनराशि का अपव्यय तथा सामग्री आपूर्ति के रूप में पुराने ठेकेदारों की मुनाफाखोरी को रोकने के लिए करीब 6 माह पहले न्यूनतम दरों पर नई टेंडर प्रक्रिया की स्वीकृति के पश्चात भी नए निविदाकारों को सामग्री आपूर्ति के आदेश नहीं दिए गए हैं.
*इनका कहना*
हमने टेंडर किया था. वह निरस्त हो गया था. इस संबंध में कलेक्टर से बात की है. अब ई-टेंडर प्रक्रिया की जा रही है. बाजार दर से अधिक कीमत खरीदी किए जाने की जांच कराएंगे.
*ज्योति चौहान*, सिविल सर्जन जिला अस्पताल सागर
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‘जिला अस्पताल में पिछले 3 सालों में नए टेंडर के बिना बाजार दर से 3 से 4 गुना अधिक दरों पर सामग्री सप्लाई की उच्चस्तरीय जांच की जाए. ठेकेदारों द्वारा की गई मुनाफाखोरी की समस्त रकम की वसूली करते हुए इस घोटाले के दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए.’
सुनील पावा, महासचिव अखिल भारतीय अटल बिहारी सुशासन अभियान परिषद सागर.
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