–रूट बदले तो देरी और ट्राफिक दबाव की समस्या से मिलेगी निजात
अनोखा तीर, हरदा। शहर से दर्जनों यात्री बस हरदा से नर्मदापुरम, बैतुल जाना और आना करती है। यह यात्री बसे बस स्टैण्ड से निकल कर डबल फाटक होते हुए टिमरनी की ओर जाती है और इसी रूट से आती है। डबल फाटक रेलवे गेट बार-बार बंद होने से इन यात्री बसों को इंतजार करना पड़ता है, साथ ही ट्राफिक जाम का सामाना भी करना पड़ता है। जिस कारण कई बार बसों को तय समय में देरी होती है। डबल फाटक स्थित रेलवे गेट दिन में ३० बार से भी ज्यादा बार अप-डाउन होता है। ऐसे में यहां ट्राफिक का दबाव बना रहता है। यदि इन बसों का रूट बदलकर बस स्टैण्ड से छिपानेर रोड़ से किया जाए तो बसों का समय तो बचेगा ही साथ ही डबल फाटक रोड पर ट्राफिक का दबाव भी कम होगा। गौरतलब है कि शहर के मध्य स्थित बस स्टैण्ड से कई बसें रोजाना नर्मदापुरम, बैतुल तक आना-जाना करती है। इस दौरान यात्री बसों को डबल फाटक रेलवे गेट पार करना होता है। जहां दिन में कई बार रेलवे गेट बंद होने के कारण यात्री बसों को अपने तय समय से देरी होती है, जिस कारण समय को लेकर बस स्टैण्ड पर आपसी में विवाद की स्थिति निर्मत हो जाती है। साथ ही इस मार्ग पर ट्राफिक का दबाव बना रहता है। जिससे रहवासियों और राहगीरों को खासी परेशानी होती है। इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए इन यात्री बसों का रूट परिवर्तन कर बस स्टैण्ड से छिपानेर रोड़ स्थित डगांवा मार्ग से निकाला जाए तो यह मार्ग आगे जाकर कुछ ही दूरी पर नेशनल हाईवे बायपास से जुड़ जाता है, जो सीधा ऊड़ा के पास निकलता है। टिमरनी-नर्मदापुरम और बैतुल की ओर जाने वाली यात्री बसें इस मार्ग से निकाली जाएं तो रेलवे फाटक की कोई रूकावट ही नहीं रहेगी और शहर की ट्राफिक व्यवस्था भी सुचारू हो जाएगी। यदि प्रशासन इसको अमल में लाए तो आवामन से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान हो सकता है।
यात्री बस संचालकों की अलग-अलग राय
यात्री बसों का रूट बदलने और समस्या के समाधान के लिए हमने यात्री बस संचालकों से चर्चा की तो हमें उनकी अलग-अलग राय मिली। कुछ संचालकों का कहना है कि रूट बदलने से समय बचेगा और आए दिन समय को लेकर होने वाले विवाद और ट्राफिक जाम से निजात मिलेगी। वहीं कुछ ने कहा कि यदि रूट बदलता है तो कम से कम ५ किलो मीटर दूरी का इजाफा होगा और बसों में डीजल की खपत बढ़ेगी। वही यात्रियों ने कहा कि बसों का रूट बदलना चाहिए, जिससे की आवागमन सुगम हो सके।
डबल फाटक रेलवे क्रासिंग पर ओवर ब्रिज का इंतजार
रेलवे फाटक के अप-डाउन और आए दिन लगने वाले जाम से रहवासी और राहगीरों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डबल फाटक पर पूर्व में ओवर ब्रिज बनने की खबर से समस्याओं के समाधान की उम्मीद जागी थी जो २०२० में ओवर ब्रिज के निरस्त होने से टूट गई। जानकारों की माने तो करीब ढेड से दो वर्ष पूर्व पुन: ओवर ब्रिज का सर्वे किया गया है। देखना यह है कि इस ओवर ब्रिज का काम कब शुरू होगा या फिर पूर्व की भांती ही जगह की कमी के चलते इसे टाल दिया जाएगा। डबल फाटक पर ओवर ब्रिज बनने का इंतजार लम्बे समय से रहवासी कर रहे है।
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