मूलभूत सुविधाओं को तरसे उंढाल के विस्थापित परिवार


-यहां आज भी वनभूमि में बिना पट्टे के झोपड़ियों में रहने को विवश है माझी परिवार

अनोखा तीर, हंडिया। तहसील क्षेत्र से 12 किमी दूर नर्मदा किनारे बसे ग्राम उन्ढाल के ग्रामीण आज भी विकास की मुख्य धारा से कोसों दूर हंै। आजादी के वर्षों बीत जाने के बाद भी बिजली पानी शिक्षा, मार्ग, जैसी समस्याओं से ग्रसित हैं। बाढ़ से विस्थापित परिवारों का कहना है कि हम आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। डूब क्षेत्र में लम्बे समय से बाढ़ का दंश झेल रहे हैं। हमें प्रशासन ने विस्थापित तो करा दिया, मगर सुविधाएं कोसों दूर है। उंढाल के ग्रामीणों कि माने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अति महत्वाकांक्षी नल-जल योजना केवल कागजों में चल रही है, वास्तविक धरातल पर तो नलों के टूटे हुए अवशेष, नालों के पाइप, कीचड़ो से सराबोर गांव की गलियां विकास की गाथा बयां कर रही है। १5०० की आबादी वाले इस गांव में ढीमर, माझी कोरकू ठाकुर परिवार के लोग निवास करते हैं। अधिकांश लोग मछली पकड़ने तथा मजदूरी कर जीवन यापन कर गुजारा करते हैं। आदिवासी बस्तियों में मार्ग के अभाव में कीचड़ गन्दगी और प्रधानमंत्री आवास योजना के पक्के मकान का अभाव आज भी बना हुआ है।

Views Today: 2

Total Views: 76

Leave a Reply

लेटेस्ट न्यूज़

MP Info लेटेस्ट न्यूज़

error: Content is protected !!