शहरी क्षेत्र में पर्यावरण पर विपरीत असर
जिले में आए दिन सड़क हादसे की खबरों के बावजूद संबंधित परिवहन विभाग सीख लेने को तैयार नही है। फलस्वरूप यहां सड़क हादसे की आशंकाओं को बल मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर इस तरह की लापरवाही पर विराम लगाने की दिशा में परिवहन विभाग की मैदानी कसरत महज खानापूर्ति साबित हो रही है। ऐसा इसलिये, क्योंकि जिलेभर में सड़क पर दौड़ रहे वाहनों की संख्या तथा परिवहन विभाग के रिकार्ड में दर्ज संख्या चौंकाने वाली बात से कम नही है, जो संबंधित परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर संवालिया निशान लगाता है।
रितेश त्यागी, हरदा। जिले में परिवहन एवं यातायात व्यवस्था बुरी तरह ध्वस्त पड़ी है। वहीं दूसरी ओर संबंधित विभागों के जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति में जुटे हैं। इतना ही नही, आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर मैदानी कार्रवाई यहां ना के बराबर है, जो आगे चलकर हादसे में तब्दील होते देर नही लगती है। इसके कई ज्वलंत उदाहरण मौजूद हैं। इसके बावजूद संबंधित परिवहन विभाग एवं यातायात बल ऐसे वाहनों पर नकेल कसने में फेल नजर आ रहे हैं। यही कारण है कि सड़कों पर कंडम वाहनों की मौजूदगी जगजाहिर है। इनमें बस से लेकर छोटे चारपहिया एवं दोपहिया वाहन शामिल हैं। इन सबके अलावा हैरान करने वाली बात यह है कि परिवहन विभाग के रिकार्ड में तीनपहिया ऑटो की संख्या में २३५ है। जबकि 648 तीनपहिया ऑटो की फिटनेस निरस्त है। ऐसा ही चौंकाने वाला आंकड़ा स्कूल बसों का है, जो ऑन रिकार्ड १०५ हैं। वहीं १३० स्कूल बसों की फिटनेस निरस्त है। इसके अलावा 5 ५ बसें नॉन एक्टिव तथा ९ बसों की आरसी निरस्त है। इसी तरह रिकार्ड में कमर्शियल ट्रेक्टरों की संख्या ३ है। वहीं दूसरी तरफ सड़कों पर तस्वीर कुछ ओर ही बयां कर रही है, जो यह दर्शाता है कि शहर से लेकर कस्बा एवं गांवों में अनफिट तथा नियमों के विपरीत अनेक वाहन यहां से वहां दौड़ रहे हैं, जो कहीं ना कहीं जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। जानकारी के अनुसार जिले में खासकर शहर व कस्बो में परिवहन एवं यातायात व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतरी हुई है। जहां अनफिट वाहन या यूं कहें कि म्याद खत्म कर चुके वाहन बेरोकटोक इधर से उधर हो रहे हैं। ऐसे वाहन पुलिस चेकिंग को दूर से देखकर गाड़ी मोड़ लेते हैं। इसके अलावा छोटे-मोटे रूटों पर चलने वाली बसें हादसे को खुला आमंत्रण देती नजर आएंगी। इनमें वे चारपहिया वाहन भी शुमार हैं, जिनकी म्याद कभी भी खत्म हो चुकी है। वहीं, फिटनेस के अतिरिक्त कागज-पत्तर और बीमा तक नदारद है। इन सब कमियों को लेकर जागरूक नागरिकों का कहना है कि ऐसे वाहनों पर नियम अनुसार कार्रवाई जरूरी है, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। इधर, जिला परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में छोटे-बड़े सभी कुल 1 लाख 54 हजार 852 पंजीकृत होकर ऑन रोड हैं। जबकि ४५१ वाहन रिकार्ड में नॉन एक्टिव हैं। वहीं एक बड़ा आंकडा यानि ३९ हजार ५६५ वाहन की फिटनेस एक्सपायर है। साथ ही 137 वाहनों की आरसी निरस्त है। इन सबके बावजूद जिलेभर में बड़ी संख्या में दो व चारपहिया वाहन भर्राटे भर रहे हैं।
धुंआ से फैल रहा प्रदूषण
इन सब कमियों के चलते शहर की यातायात व्यवस्था बेपटरी नजर आएगी। अनफिट तथा कंडम हालत में दौड़ रहे वाहनों से धुंआ के गुबार उड़ते देखने को मिल जाएगा। जो सुरक्षित यातायात के विपरीत होने के साथ साथ पर्यावरण के लिये भी घातक है। जिस पर प्रभावी कार्रवाई की दरकार है।
ट्रेक्टर का व्यवसायिक इस्तेमाल
इधर, कृषि कार्य के लिये पंजीकृत ट्रेक्टरों की संख्या 15 हजार के पार है। वहीं 4 हजार से ज्यादा ट्रेक्टरों की फिटनेस निरस्त है। साथ ही 168 ट्रेक्टर एक्टिव नही हैं। इसके अलावा व्यवसायिक ट्रेक्टर की संख्या कुल 3 है। जबकि सड़क पर इससे कई ज्यादा ट्रेक्टर व्यवसायिक कार्यर् में लगे हैं।
लोडिंग व कृषि वाहनों का मनचाहा उपयोग
बता दें कि कार्रवाई के अभाव में वाहन मालिकों की मनमानी का सिलसिला जारी है। लोडिंग वाहन को जहां यात्री वाहन में तब्दील कर दिया जाता है। फसल कटाई के वक्त इन्हीं लोडिंग वाहनों में मजदूरों को भरकर इधर से उधर पहुंचाने का काम करते हैं। वहीं कृषि कार्य में उपयोगी ट्रेक्टर-ट्राली भी अन्य कार्यो में संलग्न कर दी जाती है। इनमें रेत ढुलाई, बिल्डिंग मटेरियल, विद्युत पोल की सप्लाई तथा मजदूरों को लाना और ले जाना शामिल है, जो सीधे तौर पर नियमों का खुला उल्लंघन है। साथ ही सड़क हादसों का कारण बने हुए हैं। जिन पर नकेल कसने में जिम्मेदारी महकमा असफल नजर आ रहा है। इसके अलावा जिलेभर में अनफिट वाहनों की भरमार है। ऐसा इसलिये, क्योंकि वाहनों की संख्या परिवहन विभाग के रिकार्ड में दर्ज आंकड़े से कई ज्यादा प्रतीत होती है, जो कहीं ना कही जिले की परिवहन एवं यातायात व्यवस्था पर पलीता लगाने के बराबर है। इस संबंध में नवागत जिला परिवहन अधिकारी राकेश अहाके का पक्ष जानना चाहा, लेकिन मोबाईल रिसीव नही हुआ।
वाहन : मोटरसायकल / स्कूटर
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
१२८४२१ – २९७९० – १३७ – १
वाहन : मोपेड
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
१४६२ – ३७४ – 1 – ०
वाहन : कार
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
५८८६ – ८०५ – ३० – १
वाहन : बड़ी क्रेन
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
६ – १७ – ० – ०
वाहन : कृषि ट्रेक्टर
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
15090 – ४०६४ – १६८ – १
वाहन : कंस्ट्रक्शन मशीन
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
४३ – ११ – ० – ०
वाहन : ओमनी बस
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
६४३ – २२८ – १३ – ०
वाहन : रोड रोलर
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
१ – ११ – ० – ०
वाहन : हार्वेस्टर
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
२७८ – ७ – १७ – ०
वाहन : कृषि ट्राला
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
१२६७ – १५५६ – ३ – ०
वाहन : ई-रिक्शा
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
१ – १९ – ० – ०
वाहन : तीनपहिया ऑटो
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
२३५ – ६४८ – १ – ०
वाहन : तीनपहिया लगेज
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
७१ – १५६ – ० – ०
वाहन : गुड्स कैरियर
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
११५० – १२३५ – ५१ – ७८
वाहन : व्यवसायिक ट्रेक्टर
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
३ – ० – ० – ०
वाहन : स्कूल बस
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
१०५ – १३० – 5 – ९
वाहन : अग्निशमन वाहन
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
० – ३ – ० – ०
वाहन : ओमनी बस
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
० – ८ – १ – २
वाहन : डंपर
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
२२ – ० – ४ – ०
वाहन : ट्रेक्टर-ट्राली व्यवसायिक
पंजीकृत — निरस्त — निष्क्रिय — आरसी निरस्त
० – १३७ – ० – २
एक नजर में संख्या…..
सक्रिय वाहन — १५४८५२
फिटनेस निरस्त — ३९५६५
निष्क्रिय वाहन — ४५१
आरसी निरस्त — १३७
Views Today: 2
Total Views: 72