सोयाबीन खरीदी..एमएसपी किसानों के लिए साबित हो रहा झुनझुना

अब तक शुरू नहीं हो पाई सरकारी केन्द्रों पर खरीदी

लोकेश जाट, हरदा। सोयाबीन की एमएसपी पर खरीदी प्रशासन द्वारा अभी तक शुरू नहीं की गई है। हाल यह है कि एमएसपी किसानों के लिए झुनझुना साबित हो रहा है। ६ हजार सोयाबनी के भाव की मांग पर सरकार ने सोयाबीन का एमएसपी ४८९२ रुपए किया। लेकिन किसानों को मंडी में ३५०० से ४००० के भाव सोयाबीन की फसल बेचनी पड़ रही है। जिससे प्रति कुंटल १५०० रुपए तक का घाटा किसान को लग रहा है। जिले में किसान रबी फसल की बोवनी करने वाले हैं, जिसके कारण उन्हें पैसों की जरूरत है। इसके कारण मंडियो में किसानों को औने-पौने दामों पर सोयाबीन बेचना पड़ रहा है, हालांकि प्रशासन यह दावा कर रहा है कि हमारे द्वारा १० केंद्र बनाकर खरीदी प्रारंभ कर दी गई है, लेकिन कागजों पर केंद्र बन गए हैं, लेकिन नाम मात्र की भी खरीदी नहीं हुई है। जिसका परिणाम यह है कि मंडियों में सोयाबीन की बंपर आवक हो रही है, आज ६ नवंबर के दिन की ही बात की जाए तो हरदा मंडी में ८३८६ क्विंटल, टिमरनी मंडी में १८२४ क्विंटल, खिरकिया में ५००० क्विंटल, सिराली मंडी १७८९ क्विंटल आवक दर्ज की गई। मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद की गई समर्थन मूल्य पर की गई खरीदी की घोषणा बेमानी दिखाई दे रही है।किसानों का कहना है कि प्रशासन का किसानों के प्रति हमेशा ही ढीला रवैया रहा है। पहले मूंग भुगतान को लेकर किसानों को परेशान होना पड़ा फिर सोयाबिन भाव को लेकर किसान सड़को पर उतरा और अब सरकारी खरीदी शुरू नहीं होने से किसान परेशान है। किसान को आगे रबी की फसल के लिए पैसो की जरूरत है ऐसे में किसान को मंडी में व्यापारी को मजबूरी में सोयाबीन की फसल बेचनी पड़ रही है। प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश में 25 अक्टूबर से खरीदी केंद्र शुरू करने का ऐलान किया था। अधिकांश जगहों पर खरीदी शुरू हो गई लेकिन हरदा में स्थानीय प्रशासन की उदासिनता के चलते 6 नवंबर तक केंद्र शुरू नही हुए हैं ।किसान को हो रहा १५०० रुपए प्रति कुंटल तक घाटाजिले सहित प्रदेश के किसानों की मांग थी की सोयाबीन का भाव ६ हजार किया जाए। जिसके लिए किसानों ने कई तरह के प्रदर्शन भी किए। सरकार ने किसानों को सोयाबीन का ४८९२ रुपए एमएसपी भाव दिया। लेकिन खरीदी शुरू नहीं होने से किसानों को मंडी में सोयाबीन बेचनी पड़ रही है। जहां ३५०० से ४००० रुपए प्रति कुंटल भाव मिल रहा है। जिस कारण किसानों को प्रति कुंटल १५०० रुपए तक का घाटा लग रहा है।इनका कहना है…अपने आप को किसान हितैषी बताने वाली सरकार ने किसानों की मांग सोयाबीन भाव ६ हजार तो दिया नहीं,जो एमएसपी ४८९२ रुपए दी उस पर भी अभी तक खरीदी शुरू नहीं की गई। किसानों को रबी फसल की बोवनी करनी है, किसानों को ३५०० से ४००० रुपए तक मंडी में सोयाबीन बेचनी पड़ रही है, जिससे प्रति कुंटल १५०० रुपए का घाटा किसान को हो रहा है। इस विषय पर जल्द ही किसान हित में आवाज उठाई जाएगी।राम इनानिया, किसान नेताकेन्द्रों पर खरीदी शुरू है, लेकिन अभी तक कोई किसान केन्द्रों पर सोयाबीन लेकर नहीं पहुंंचा है। आज बुधवार को कुछ किसान पूछने आए थे, कल से केन्द्रों पर पहुंचेगें। स्लॉट बुकिंग के सात दिन के अंदर किसानों को केन्द्रों में पहुंचना है। बीते सोमवार से ही खरीदी शुरू हो गई है जिसमें १० सरकारी केन्द्र शुरू किए गए है। आज बुधवार से १० और प्राइवेट केन्द्र बना दिए गए है। अब पूरे जिले में २० केन्द्रों पर खरीदी की जाएगी।संजय यादव, कृषि उपसंचालक

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