बांधवगढ़ के बांधववीर- ग्रामीण और प्रबंधन के बीच सेतू का करेंगे काम

उमरिया:-मानव और वन्य प्राणियों के द्वंद्व रोकने प्रबंधन ने की पहल उमरिया – बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने मानव और वन्य प्राणियों के द्वंद्व को रोकने के एक और पहल की है। टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने मानपुर बफर परिक्षेत्र से इसकी शुरुआत की है। टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने गांवों के युवाओं को बांधव वीर बनाया है। बांधव वीर प्रबंधन और ग्रामीणो के बीच सेतू का काम तो करेंगें ही साथ ग्रामीणों को भी वन्य प्राणी और वनों से जुड़ी जानकारी देकर जागरूक करेंगे। बांधव वीर प्रबंधन के साथ जंगल में गश्त भी करने के साथ गांव में वाट्स एप ग्रुप भी बनाए हुए हैं। जिससे कि जानकारी को जल्द ही ग्रामीणों तक पहुंचाया जा सके। बांधव वीर से जानकारी के लिए दैनिक भास्कर की टीम बुधवार को मानपुर के छपडौर के जंगल पहुंची। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर बफर परिक्षेत्र में लगातार वन्य प्राणियों की मूवमेंट रहती है। वन्य प्राणी ग्रामीणों पर हमला कर देते हैं। हमले से ग्रामीणो की मौत और ग्रामीण घायल हो जाते हैं। जिसके बाद ग्रामीणों और प्रबंधन के बीच विवाद की स्थित बन जाती है। प्रबंधन की मानें तो जानकारी मिलने में समय लग जाता है। प्रबंधन ने बांधव वीर बनाने का मकसद है। कि समय पर वन्य प्राणियों की मूवमेंट ग्रामीणो को मिले। ग्रामीणों की समस्या की जानकारी प्रबंधन को मिले। प्रबंधन की सूचनाएं ग्रामीणों को मिल सके। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बांधव वीर बनाए गये। बांधव वीर प्रबंधन के साथ जंगल में गश्त करने के साथ वन्य प्राणियों के रेस्क्यू कार्य और जंगल में आग बुझाने के कार्य किया जाता है। लेकिन इस सब के साथ बांधव वीर वन्य प्राणियों की मूवमेंट जंगली हाथी,बाघ और भालू की जानकारी ग्रामीणों तक पहुंचाते हैं। जिससे कि मानव और वन्य प्राणियों के द्वंद्व नही हो पाते हैं। बांधव वीर की नियुक्ति समितियां के माध्यम से होती है एक समिति से पांच युवाओं को बांधव वीर बनाया जाता है। बांधव वीर अपने गांव में सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप में ग्रामीणों को जोड़कर जंगली जानवरों की जानकारी ग्रामीण तक पहुंचाते हैं। ताकि ग्रामीण वन्य प्राणी मूवमेंट वाले क्षेत्रों में ना जाएं। बांधव वीर को प्रोत्साहन के लिए समितियां से भुगतान कराया जाता है। अभी बांधवगढ़ में 80 से अधिक बांधवगढ़ वीर है। परिक्षेत्र अधिकारी मुकेश अहिरवार ने बताया कि बांधव वीर के बाद वन्य प्राणियों की जानकारी ग्रामीणों तक पहुंचाने में मदद मिली है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक पी के वर्मा ने बताया कि बांधव वीर योजना की शुरुआत मानपुर परिक्षेत्र से की गई है। इसमें युवाओं का चयन किया गया है। इनको प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। बांधव वीर को जोड़ने का उद्देश्य मानव और वन्य प्राणी द्वंद रोकना है। सही समय पर ग्रामीणों को वन्य प्राणियों की जानकारी मिल जाएगी। जिससे ग्रामीण उस क्षेत्र में नहीं जाएंगे। क्र०

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