सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वेक्सीनेशन कार्यक्रम  

 

अनोखा तीर, हरदा। देश में महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के लगातार बढ़ रहे प्रकरणों को ध्यान में रखते हुए सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। इस अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए बुधवार को मीडिया प्रतिनिधियों और समाज सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों की कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचपी सिंह ने बताया कि महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पेपीलोमा वायरस के संक्रमण के कारण होता है। यदि सही समय पर इस रोग का उपचार किया जाए तो इस रोग से प्रभावित महिलाओं की जान बचाई जा सकती है। उन्होने बताया कि कलेक्टर आदित्य सिंह के निर्देश पर समाज सेवी संगठनों की मदद से पहले चरण में 9 से 15 साल की उम्र की बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए नि:शुल्क टीका लगाया जाएगा। जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में आईएमए की सचिव डॉ. ममता जीवने व डॉ.सनी जुनेजा ने सर्वाइकल कैंसर के संबंध में मीडिया प्रतिनिधियों और समाज सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों को विस्तृत जानकारी दी। उन्होने बताया कि विश्व स्तर पर महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर सबसे आम स्त्रीरोग संबंधी कैंसर रोग है। यह महिलाओं की युवा आबादी में सामान्यत: पायी जाने वाली बीमारी है। सर्वाइकल कैंसर की शुरूआती अवस्था में महिलाओं में कोई लक्षण नजर नही आते है। शुरूआती अवस्था में सर्वाइकल कैंसर का पता लगने पर इसका उपचार आसान रहता है। महिला में सर्वाइकल कैंसर होने पर अनियमित माहवारी, सफेद एवं बदबूदार वेजाईनल स्त्राव, रजोनिवृत्ति उपरांत रक्त स्त्राव तथा पेट एवं कमर दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते है। सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए प्राथमिक रोकथाम एचपीवी टीकाकरण है। इसके लिए बाजार में तीन प्रकार की वैक्सीन उपलब्ध है। इसके तहत 9 से 15 वर्ष आयु वर्ग की बच्चियों में 2 डोज 6 महिने के अंतराल से लगाये जाते है। साथ ही 15 से 26 वर्ष आयुवर्ग की महिलाओं को 3 टीके लगते है, दूसरा टीका पहले टीके के एक माह बाद एवं तीसरा टीका पहले टीके के 6 माह बाद लगाया जाता है।

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