अनोखा तीर, भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प को तीन वर्ष पूर्ण होने पर मंगलवार को भोपाल के रविन्द्र भवन में पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया। पर्यावरण सम्मेलन से पूर्व स्मार्ट सिटी पार्क में 108 पौधे रौपे गए। सम्मेलन में देश भर की अध्यात्मिक व सामाजिक हस्तियों ने शिरकत की। जिनमें मुख्य रूप से हार्टफुलनेस संस्थान के प्रमुख कमलेश डी.पटेल दाजी, विख्यात पर्यावरणविद् अनिल प्रकाश जोशी , गीतकार समीर अंजान उपस्थित रहे। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा भी उपस्थित रहे। इस दौरान पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने सम्मेलन में उपस्थितजनों को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी दिलाया और कहा कि, हरे भरे जंगल को देखते हैं तो मन आनंद और प्रसन्नता से भर जाता है, क्योंकि पेड़ नहीं, जिंदगी रौपी है, जीवन रौपा है। पेड़ ही तो जीवन हैं जो हमें ऑक्सिजन देते हैं। जिससे हमें जिंदगी मिलती है। सही बात यह है कि विश्व का कल्याण हो यह भारत का मूल मंत्र है और विश्व का कल्याण तब होगा जब धरती सुरक्षित बचेगी और धरती सुरक्षित बचाने का सबसे बड़ा माध्यम है वृक्षारोपण।
शिवराज जी को आदर्श मानता हूं
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने पर्यावरण सम्मेलन के आयोजन को लेकर शिवराज सिंह को बधाई, शुभकमनाएं दी और कहा कि, मैं लंबे समय से श्री चौहान को अपना आदर्श मानता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि, पौधरोपण के संबंध में स्थान तय करने और ट्री बैंक बनाने के सुझाव पर शीघ्र ही अधिकारियों से चर्चा करेंगे और इस दिशा में आगे बढ़ेंगे।
शिवराज जी ने प्रकृति का ऋण उतार दिया
पर्यावरण सम्मेलन में सम्मिलित हुए पदम्श्री व पद्म विभूषण से सम्मानित विख्यात पर्यावरणविद् अनिल जोशी ने कहा कि, मैंने शिवराज सिंह चौहान के अंदर पर्यवारण के प्रति गंभीरता देखी तो मेरा भ्रम टूट गया कि एक राजनीतिज्ञ भी पर्यावरण के प्रति इतना गंभीर हो सकता है। उस वर्ग के बीच में उन्होंने लौ जगाकर एक उदाहरण दिया है। उन्होंने कहा कि, मैं पूर्व मुख्यमंत्री जैसे शब्द का प्रयोग नहीं करता, पूर्व तो पूर्व होता है आप तो पदों से ऊपर हैं, आपको तो मोक्ष प्राप्त हो चुका है, आपने प्रकृति के ऋण को उतार दिया है।
शिवराज जी पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील
हार्टफुलनेस संस्थान के प्रमुख कमलेश डी.पटेल दाजी ने पूर्व सीएम के इस अभियान और जीवन के मिशन को लेकर कहा कि, शिवराज जी को शुरू से ही पर्यावरण संरक्षण और पौधरोपण में रूचि रही है। उन्होंने कहा कि, शिवराज जी ने मुख्यमंत्री रहते एक पहाड़ी पर वृक्षारोपण के लिए जमीन दी थी, हमने तीन महीने में उसकी सूरत बदल दी और वृक्षारोपण की वजह से आसपास के गांवों को भरपुर पानी भी मिला।
मुझे बेहद खुशी
गीतकार समीर अंजान ने कहा कि, जब मुझे यह खबर मिली कि हमारे शिवराज जी वृक्षारोपण का कार्यक्रम करते हैं और हर दिन एक पौधा लगाते हैं तो मुझे बहुत खुशी मिली। शिवराज जी कुछ ऐसे लोगों में से हैं जो इस विषय पर अपना ध्यान आकर्षित करते हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि, पूर्व मुख्यमंत्री ने यह शुरूआत की है।
चार प्रयास बेहद जरूरी
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पर्यावरण सम्मेलन में कहा कि, चार प्रयास करना बेहद जरूरी है पहला.. हर किसी को साल में एक बार जन्मदिवस, वैवाहिक वर्षगांठ, अपनों की स्मृति या किसी भी विशेष दिन पौधा अवश्य लगाना चाहिए। दूसरा.. अपने घरों को सोलर पैनल से रोशन करने का प्रयास करें, शहर को ग्रीन एनर्जी में बदलने का प्रयास करें क्योंकि थर्मल पॉवर से वर्यावरण को खासा नुकसान पहुंचता हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सोलर ग्रीन एनर्जी का संकल्प लिया है। तीसरा.. सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने के लिए खुद भी जागरूक हों और लोगों को भी जागरूक करें। चौथा.. बेटा-बेटी में कोई अंतर नहीं है इसलिए बेटियों को भी बेटों के बराबरी पर सम्मान मिले। बेटा-बेटी में कोई भेद न करें। उन्होंने कहा कि, बेटी है तो कल है।
पर्यावरण संरक्षण का संकल्प
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलन में सभी को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलाते हुए कहा कि, मैं संकल्प लेता हूं कि, अपने जन्मदिवस पर व अन्य विशेष दिवस पर वृक्ष लगाउंगा व यथासंभव उसकी देखभाल करूंगा, पर्यावरण के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयत्न करूंगा, ताकी आने वाली पीढ़ियों को ये धरती सुरक्षित मिले। इस दौरान पूर्व सीएम ने इस अभियान को शुरू करने के पीछे की कहानी सुनाते हुए कहा कि, जब मैं मुख्यमंत्री था और भाषण देता था कि, पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ, तब मुझे लगा कि, केवल भाषण देने से काम नहीं चलेगा। मेरे मन में यह विचार आया कि पर्यावरण बचाने के कई तरीके हैं, एक बहुत आसान तरीका है पेड़ लगाओ और जब तक अत्यंत आवश्यक न हो पेड़ न कटें। मन में आया कि, जब तक खुद पेड़ नहीं लगाउंगा दूसरों को कहने का अधिकारी नहीं रहूंगा और इसलिए 19 फरवरी नर्मदा जयंती के दिन मैंने यह संकल्प लिया कि मैं रोज एक पेड़ लगाऊँगा तब से लेकर आज तक कैसी भी परिस्थिति रही हो, कोविड के दौरान भी जब मैं बीमार हुआ तो मैंने कहा कि, गड्ढा खोद कर पेड़ रख दो पर पेड़ तो जरूर लगाऊंगा।
मुख्यमंत्री मोहन यादव विजनरी लीडर हैं
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पर्यावरण सम्मेलन में प्रदेश के सीएम मोहन यादव को लेकर कहा कि मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री मोहन यादव एक समर्पित कार्यकर्ता हैं, विजनरी लीडर हैं और मेरा अपना विश्वास है कि मध्यप्रदेश उनके नेतृत्व में कई गुना ज्यादा प्रगति करेगा, विकास करेगा। मैं मध्यप्रदेश से प्यार करता हूँ, मध्यप्रदेश की जनता से प्यार करता हूं और किसी भी अच्छे कार्यकर्ता की सोच ये नहीं होनी चाहिए कि केवल मैंने ही अच्छा काम किया… जो मेरे बाद हैं वो मुझसे बहुत अच्छा करेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश तेजी से प्रगति और विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा।
सम्मेलन में शामिल हुई कई सामाजिक संस्थाएं
भोपाल के रविन्द्र भवन में मंगलवार को आयोजित पर्यावरण सम्मेलन में पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ प्रजापिता ब्रम्हकुमारी आश्रम, गायत्री प्रज्ञापीठ, कॉलेज के छात्र, रहवासी समिति के सदस्य, व्यापारी संघ, लॉयंस क्लब, कर्मचारी संघ, चैम्बर ऑफ कॉमर्स, सभी समाज के पदाधिकारी, रामकृष्ण मिशन, मराठी, किरार, कुणबी समाज, संस्कार भारतीय विध्यापीठ, कटारा पौधरोपण, भाजपा के सदस्य, युवा मोर्चा के सदस्य, नर्मदा सेवा समिति और पौधरोपण कार्य में जुटे हुए सभी एनजीओ के सदस्य मुख्य रूप से सम्मिलित हुए।
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